नई दिल्ली: मगंल ग्रह की स्टडी करने वाले वैज्ञानिकों ने मार्स को लेकर एक नया खुलासा किया है. दरअसल पिछले साल यानी 24 दिसंबर 2021 को मंगल ग्रह पर 4 रेक्टर स्केल का एक भूकंप आया था. अब वैज्ञानिकों ने उसकी वजह का पता लगा लिया है. चार साल पहले मंगल की सतह पर उतरे नासा के इनसाइट अंतरिक्ष यान ने इसका पता लगाया है. 


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इस वजह से पिछले साल मंगल ग्रह पर आया था भूकंप


मंगल ग्रह की स्टडी करने वाले वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि पिछले साल मंगल ग्रह पर उल्कापिंड टकराने की वजह से भूकंप के झटके आए थे. उल्कापिंड की टक्कर इतनी जोरदार थी कि मंगल पर 4 रेक्टर का भूकंप आया था. चार साल पहले मंगल की सतह पर उतरे नासा के इनसाइट अंतरिक्ष यान ने इसका पता लगाया है. जिस जगह पर उल्कापिंड गिरा और जहां नासा का इनसाइट अंतरिक्ष यान है उसके बीच 3,500 किमी की दूरी है.


मंगल ग्रह पर महसूस होने वाले झटके को अंग्रेजी में मार्सक्वेक कहा जाता है. इस घटना के बारे में मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (MRO) के जरिए पता चला था. टक्कर के 24 घंटे बाद ऑर्बिटर ने नए बने क्रेटर की तस्वीर ली थी. मीडिया से मिली खबरों के मुताबिक उल्कापिंड गिरने से 150 मीटर चौड़ा और 21 मीटर गहरा गड्ढा यानी क्रेटर बन गया था. 


नासा ने जारी किया भूकंप का ऑडियो


नासा की तरफ से पिछले साल आए भूकंप के ऑडियो को भी जारी किया गया है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इस टक्कर और उसकी ऑडियो से मंगल ग्रह के आंतरिक हिस्से और मार्स के बनने के बारे में और भी ज्यादा जानकारी जुटाई जा चुकी है. 


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