नई दिल्ली: Nepal PM Pushpa Kamal Dahal: नेपाल में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' की सरकार गिर गई है. वे संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाए, जिसके बाद उन्होंने PM पद से इस्तीफा दे दिया. पूर्व PM केपी शर्मा ओली की सीपीएन-यूएमएल पार्टी ने प्रचंड सरकार के अपना समर्थन वापस ले लिया, जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई और विश्वास मत हार गई.


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पहले भी चार बार आया अविश्वास प्रस्ताव
प्रचंड के PM बनने के बाद पहली बार अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया गया. इससे पहले भी चार बार विश्वास मत आया, जिसे प्रचंड ने जीता. लेकिन पांचवां मौका आने पर उनके सहयोगी दल ने हाथ खींच लिया और वे विश्वास मत नहीं जीत पाए.  


प्रचंड के पक्ष और विपक्ष में कितने वोट पड़े?
नेपाल की प्रतिनिधि सभा में कुल 275 सदस्य हैं. प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड'के पक्ष में करीब 63 वोट पड़े. जबकि उनके खिलाफ 194 वोट पड़े. सहयोगी पार्टी सीपीएन-यूएमएल ने 3 जुलाई को ही उनसे अपना समर्थन खींच लिया था. 


PM प्रचंड इस्तीफे से पहले क्या बोले?
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने इस्तीफे से पहले प्रतिनिधि सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ' नेपाली कांग्रेस (NC) और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (CPN-UML) ने मिलकर काम किया. सुशासन की जड़ें जमने लगी. यदि दोनों ही पार्टियां विश्वासों या लक्ष्यों के लिए एकजुट रहती, तो मुझे चिंता नहीं होती.'


अब कौन बन सकता है प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' की सरकार गिरने के बाद केपी शर्मा ओपी एक बार फिर से PM बन सकते हैं. जैसे ही स्पीकर ने प्रचंड की सरकार गिरने की बात कही, सबने ओली को बधाई दे दी. ओली को अब नेपाली कांग्रेस के प्रमुख शेर बहादुर देउबा उन्हें समर्थन दे सकते हैं. दोनों दल राष्ट्रपति राम चंद्र पौडल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. केपी शर्मा ओली इस सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं.


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