नई दिल्ली.   हाल ही में कांग्रेस वाले राहुल गांधी ने अपनी आदत के हिसाब से रोज़ सुबह उठ कर अर्थहीन सवालों से देश की सरकार को नवाज़ने का सिलसिला जारी रखते हुए अपने ट्विटर के माध्यम से पीएम मोदी से पूछा था कि बीजेपी एक तरफ कहती है कि मेक इन इंडिया और दूसरी तरफ वह बाय फ्रॉम चाइना करती है. राहुल को जवाब मिला जब भारत सरकार ने न केवल 59 चीनी ऐप्स प्रतिबंधित कर दिए बल्कि प्रधानमंत्री मोदी ने वीबो अकाउंट बर्खास्त करके अपनी 113 पोस्ट्स डिलीट कर दीं हैं. इतना ही नहीं मोदी सरकार चीन से आयात भी बंद करने की दिशा में सक्रिय हो गई है. 


अब होगा चीनी आयात बंद 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मोदी सरकार ने अपने मन्त्री मंडलीय सहयोगियों से इस विषय में परामर्श शुरू कर दिया है. इस विषय पर मोदी सरकार की गंभीरता इस बात से ही समझी जा सकती है कि सरकार ने इस अहम विषय पर उद्योग जगत के साथ भी विचार-विमर्श प्रारंभ कर दिया है. और अचंभा न होगा यदि आने वाले दिनों में भारत सरकार इतना बड़ा कदम उठाने का ऐलान कर दे.


आर्थिक मोर्चे पर चीन को लगेगी भारी चोट


यदि आने वाले दिनों में भारत सरकार चीनी सामान के आयात पर प्रतिबंध का फैसला ले लेती है तो साठ अरब डॉलर की चोट चीन को बुरी तरह लहूलुहान कर देगी. चीन को आर्थिक मोर्चे पर लगने वाली अब तक की ये सबसे बड़ी चोट होगी जो उसे भारत से पहुंचेगी.


सरकार ने मांगी राय


मोदी सरकार ने इतना महत्वपूर्ण फैसला लेने से पहले औद्योगिक संगठनों एवं अन्य मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन तथा निर्यातकों से इस विषय पर बात करनी शुरू कर दी है और उनसे इस पर राय भी मांगी  है. सरकार ने उनसे पूछा है कि चीन से होने वाले आयात पर प्रतिबंध लगाने की स्थिति में उनके लिये किस तरह की असुविधा की स्थिति बन सकती है.


ये भी पढ़ें. भारत के खिलाफ ओली को फंसाया चीनी महिला जासूस ने?