करतारपुर: पाकिस्तान ने गुरू नानकदेव जी के जीवन से जुड़ा हुआ पवित्र और महान स्थान करतारपुर गुरुद्वारे में सिक्खों के खिलाफ बड़ी साजिश चली है. जेहादियों और इस्लामिक कट्टरपंथियों के डर से इमरान सरकार ने गुरुद्वारे के प्रबंधन और इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से छीन ली है.


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गुरुद्वारे के खिलाफ इस्लामिक कट्टरपंथियों की बड़ी साजिश की आशंका


आपको बता दें कि करतारपुर गुरुद्वारे के रख रखाव की जिम्मेदारी जिस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को सौंपी गई है, उसके सभी 9 सदस्य Evacuee Trust Property Board (ETPB) से ताल्लुक रखते हैं.


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गौरतलब है कि  ETPB को पूरे तरीके से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कंट्रोल करती है. सबसे बड़ी बात ये है कि इस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का CEO एक मुस्लिम को बनाया गया है. अहम सवाल ये है कि सिक्ख धर्म की पवित्र धर्मस्थली का प्रबंधन अगर एक पाकिस्तानी मुसलमान के हाथ में होगा तो ये पवित्र स्थान सुरक्षित कैसे रह पाएगा.



 


भारत पाक सीमा पर है करतारपुर कॉरिडोर


उल्लेखनीय है कि भारत में पंजाब के डेरा बाबा नानक से अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है और वहीं पाकिस्तान भी सीमा से नारोवाल जिले में गुरुद्वारे तक कॉरिडोर का निर्माण हुआ है. इसी को करतारपुर साहिब कॉरिडोर कहा गया है. इस कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान कई बार साजिशें कर चुका है और उसकी मंशा कभी भी साफ नहीं रही.


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