नई दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारी कुलभूषण जाधव को तीसरा काउंसलर एक्सेस मिल गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तानी अधिकारियों की उपस्थिति के बिना कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस की पेशकश की है. आपको बता दें कि इससे पहले कल वाली कुलभूषण जाधव से राजनयिक वार्ता में पाकिस्तान के अधिकारी मौजूद रहे थे जो अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के आदेशों के खिलाफ है.


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काउंसलर एक्सेस में पाकिस्तान ने डाला था व्यवधान


उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुरुवार को भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को कुलभूषण जाधव से मिलने की अनुमति मिली थी. हालांकि तब पाकिस्तान के अधिकारी मौजूद थे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों को कुलभूषण जाधव से मिलने की अनुमति दी गई थी. अधिकारियों ने इसका विरोध भी दर्ज कराया, क्योंकि ये कॉन्सुलर एक्सेस न तो कहीं से सार्थक था और न ही विश्वसनीय.


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2017 में मिला था पहले काउंसलर एक्सेस


आपको बता दें कि पाकिस्तान द्वारा पहला काउंसलर एक्सेस 2 सितंबर 2017 को दिया गया था. काउंसलर एक्सेस के तहत भारत के विदेश मंत्रालय के अधिकारी कुलभूषण जाधव से संपर्क करते हैं और उनसे मामले से सम्बंधित गोपनीय रणनीति बनाते हैं लेकिन पाकिस्तान इसमें हमेशा व्यवधान उत्पन्न करता है. कमांडर जाधव की मां और पत्नी को भी 25 दिसंबर 2017 को उनसे मिलने की इजाजत दी गई थी. इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में रिव्यू पीटिशन दायर करने से पहले भारत ने पाकिस्तान से यह मांग की थी.