नई दिल्ली: कोरोना के करह से पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के मुताबिक उनके देश की स्वास्थ्य सेवाएं इस Virus का मुकाबला नहीं कर पाएंगी. इसलिए पाकिस्तान जैसे गरीब देशों का कर्ज खत्म कर दिया जाना चाहिए. पाकिस्तान कोरोना के तीसरे स्टेज पर पहुंच गया है, जिससे वो बर्बादी की कगार पर खड़ा है.


पाकिस्तान में अबतक कोरोना के 237 मरीज


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यानी पाकिस्तान इस Virus के खिलाफ कोशिशों को लेकर गंभीर नहीं है और पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश है इसलिए ये भारत के लिए भी खतरनाक है. पाकिस्तान में अबतक Corona Virus के 237 मामले सामने आए हैं और 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है. पाकिस्तान की ईरान बॉर्डर पर मौजूद Taftaan (तफ्तान) सीमा के Quarantine Camps में बहुत बुरे हालात हैं. इन Camps में ईरान से वापस आए पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को Quarantine करके टेंट में रखा गया है.


इमरान को अपने लोगों की सुरक्षा की परवाह नहीं


पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक वहां पर जांच करने के लिए पाकिस्तान के अधिकारियों के पास Test Kit भी मौजूद नहीं था. इसलिए समय रहते ये पता नहीं लग पाया कि Camp में मौजूद कितने लोग Corona Virus से संक्रमित हैं. लगभग 10 दिनों तक इस Camp में कोई डॉक्टर भी नहीं आया और Quarantine Camps में मौजूद किसी व्यक्ति की जांच नहीं हुई. यहां एक टेंट में 5 लोगों को रखा गया है और जरूरी सुविधाओं की कमी के कारण इन Camps में रहने वाले लोग Corona Virus से पहले भूख से मर सकते हैं.


पाकिस्तान के बर्बादी का क्या है फॉर्मूला?


पाकिस्तान की जनसंख्या लगभग 20 करोड़ है और अबतक वहां पर 237 लोग Corona Virus से पीड़ित हैं. इस हिसाब से वहां मौजूद लगभग साढ़े 8 लाख लोगों में से एक व्यक्ति इस Virus से संक्रमित है. जबकि भारत की 135 करोड़ जनसंख्या में 137 लोग इस Virus से संक्रमित हैं यानी लगभग 98 लाख लोगों में सिर्फ एक व्यक्ति इस वायरस से पीड़ित है और जनसंख्या के हिसाब से भारत के मुकाबले पाकिस्तान में 12 गुना से भी ज्यादा संक्रमण फैल चुका है.


इस समय पाकिस्तान के आर्थिक हालत बहुत खराब है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कोशिश है कि, Corona Virus पर दुनिया में फैले डर का फायदा उठाकर वो अपने देश का कर्ज माफ करा लें. यानी नया कर्ज मांगने के लिए अब इमरान खान Corona Virus को अपना हथियार बना रहे हैं.


अब आप पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को समझिए


दिसंबर 2019 तक पाकिस्तान पर लगभग 8 लाख 20 हजार करोड़ रुपए का विदेशी कर्ज था और ये विदेशी कर्ज वहां की GDP के 94 प्रतिशत के बराबर है. यानी अगर पाकिस्तान की GDP 100 रुपए के बराबर है तो इसमें 94 रुपए पाकिस्तान का विदेशी कर्ज है. वर्ष 2020 में पाकिस्तान को लगभग 89 हजार करोड़ रुपए का विदेशी कर्ज चुकाना पड़ेगा.


IMF के मुताबिक वर्ष 2023 तक पाकिस्तान का कर्ज 9 लाख 60 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है. यानी पाकिस्तान का कर्ज उसे एक Failed State यानी नाकाम राष्ट्र बना देगा. पिछले कुछ समय में पाकिस्तान को अमेरिका से बड़ी आर्थिक मदद नहीं मिली है और पाकिस्तान को हर जगह से निराशा हाथ लगी है. यही वजह है कि इमरान ख़ान ने अब Corona Virus के बहाने कर्ज मांगने की शुरुआत की है.


कोरोना वायरस की वजह से Lockdown


पाकिस्तान Corona Virus से कोई सबक नहीं ले रहा, लेकिन दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस की वजह से Lockdown की नौबत आ गई है जिसकी वजह से कई देशों में लाखों नागरिक अपने घरों में बंद होकर रह गए हैं. लेकिन इस संकट की घड़ी में भी इंसानी जज्बे में कोई कमी नहीं आई है.


आपको याद होगा, जनवरी के महीने में जब कोरोना के Epicentre चीन के वुहान शहर को कोरोना वायरस की वजह से Lockdown कर दिया गया था तो किस तरह से लोग अपने अपने घरों की खिड़कियों से एक दूसरे का हौंसला बढ़ाने वाले गीत गा रहे थे. अब ऐसे ही Videos दुनियाभर से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. जिनमें लोग अपने-अपने घरों में बंद रहकर भी एक दूसरे से संपर्क बनाने के नए-नए और Creative Ideas अपना रहे हैं.


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अब आप पाकिस्तान की कथनी और करनी का अंतर समझिए. 15 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Corona Virus के खिलाफ SAARC देशों की Video-Conference में पाकिस्तान को न्योता दिया था. लेकिन तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान उस चर्चा में शामिल नहीं हुए और उनके बदले पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री उस Video-Conference में आए. अब Corona Virus से लड़ने के लिए पाकिस्तान पूरी दुनिया से भीख मांग रहा है.


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