इस्लामाबाद. भारत का नागरिकता संशोधन क़ानून की आवाज़ दुनिया तक पहुंची है लेकिन जहां इसने सबसे ज्यादा शोर किया है वो है पाकिस्तान. जब यह क़ानून भारत में पास भी नहीं हुआ था तब से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इसको लेकर कुढ़े हुए थे. अब जब यह क़ानून भारत में लागू हो गया है, इमरान ने बदला लेने की ठान ली है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


भारत के मुसलमानों को नहीं मिलेगी पाकिस्तान में पनाह 


पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान  खान ने नागरिकता क़ानून पर भारत से बदला लेने की ठान ली है. भारत के भीतर तो उनका बस चलता नहीं इसलिए उन्होंने अपने देश याने कि पकिस्तान में इस बदले को अंजाम देने की योजना बनाई है. इमरान ने फैसला किया है कि वे भारत से पाकिस्तान में आने वाले मुस्लिमों को जगह नहीं देंगे. 


यूनाइटेड नेशंस में भी नहीं बनी बात 


कश्मीर मुद्दे पर इमरान खान ने लगातार दुनिया की हमदर्दी जीतने की कोशिश की है लेकिन अभी तक नाकाम ही रहे हैं. अब उन्होंने नागरिकता क़ानून पर दुनिया में हल्ला मचाना शुरू किया है. इस मुद्दे पर उन्होंने 12 दिसंबर को अपने मंत्री से यूएन को एक पत्र भी लिख कर भिजवाया है हालांकि उससे भी कोई फर्क नज़र तो नहीं आया है. 



चीन ने दिया पाकिस्तान का यूएन में साथ 


पाकिस्तानी मंत्री महमूद कुरैशी के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को लिखे उपरोक्त खत में उपमहाद्वीप बढ़ते तनाव पर चिंता जताई थी जिस पर कार्यवाही करते हुए सुरक्षा परिषद में चीन के अनुरोध पर यूनाइटेड नेशंस में संयुक्त सुरक्षा परिषद कश्मीर मुद्दे पर विचार-विमर्श के बारे में सोच रहा है.  


क्या कहा इमरान खान ने 


अब तक इमरान खान दुनिया को जताना चाह रहे थे कि कश्मीर मुद्दे पर भारत में मानवाधिकार का बड़ा उललंघन हुआ है. अब वे भारत में लागू किए गए नागरिकता कानून को लेकर परेशान हैं और दुनियावी मंचों पर गुहार लगाना चाह रहे हैं. इमरान ने बदले की भावना से भरपूर हो कर बयान दिया है कि भारत के इस कानून के कारण लाखों मुस्लिमों को भारत छोड़ना पड़ेगा और यह इस प्रकार की शरणार्थी समस्या होगी जिसके आगे दुनिया की सारी समस्याएं छोटी लगेंगी. इसी बात को आगे खींचते हुए उन्होंने कहा कि भारत से आने वाले मुसलमानों को पकिस्तान में शरण नहीं दी जायेगी. 


ग्लोबल फॉरम ऑफ रेफ्यूजी' में दिया इमरान ने बयान


 कल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान स्विटजरलैंड में थे. यहां वे जेनेवा में आयोजित 'ग्लोबल फॉरम ऑफ रेफ्यूजी' में बोल रहे थे जिस दौरान उन्होंने भारत के नागरिकता क़ानून की बात उठाई. 


विवाद की दी धमकी 


इमरान खान ने भारत के नागरिकता क़ानून पर अपनी गंभीरता दिखाते हुए यह धमकी भी दी कि भारत के नागरिकता क़ानून से पैदा होने वाली शरणार्थी संकट की वजह से दक्षिण एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच विवाद भी हो सकता है.