नई दिल्ली. चीन ने पाकिस्तान के हुक्मरानों को तो टुकड़े डाल कर अपना गुलाम बना लिया पर पीओके के लोगों को वह अपना पिछलग्गू बनाने में नाकाम रहा है. पीओके में चीन और पाकिस्ताने के संयुक्त प्रयासों से बनाये जा रहे डैम प्रोजेक्ट को यहां के लोगों ने ही खारिज कर डाला है और इसके खिलाफ वे सड़कों पर उतर आये हैं.


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चीन-पाकिस्तान साझेदारी का विरोध 


पीओके में भारत पर दबाव बढ़ाने की चीनी चाल पर पानी फिर सकता है. चीन और पाकिस्तान की साझेदारी के खिलाफ यहां विरोध शुरू हो गया है. पीओके के नागरिकों ने सड़क पर उतर कर चीन-पाकिस्तान के संयुक्त तत्वावधान में निर्मित हो रहे अठारह हजार करोड़ की जल विद्युत परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मुजफ्फराबाद में झेलम नदी पर बन रहे डैम का भी लोग विरोध कर रहे हैं. 


झेलम नदी पर बन रहा है डैम


मुजफ्फराबाद में भी पाकिस्तान और चीन का मिलाजुला निर्माण कार्य चल रहा है. यहां झेलम और नीलम नदी के पास पाकिस्तान चीन की मदद लेकर एक डैम बनाने में लगा हुआ है. लेकिन मुजफ्फराबाद के निवासियों ने इसे नापसंद करते हुए नकार दिया. उन्होंने डैम का विरोध करने का कारण बताते हुए कहा कि डैम के निर्माण के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है, ना ही उनसे इस बारे में कुछ पूछा गया.


पैसों के लिये किया सौदा


पीओके के नागरिकों का आरोप है कि इमरान खान की सरकार ने चीन से पैसे ऐंठने के लिये डैम का ये सौदा किया है. इस डैम से पीओके के रहवासियों को कोई फायदा नहीं पहुंचने वाला है न ही उनसे इसके लिये किसी तरह की सलाह ली गई है.


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