नई दिल्ली.  स्वीडन में जब प्रशासन ने एक इस्लाम विरोधी नेता को गिरफ्तार किया तो उनके समर्थकों ने गुस्सा दिखाया लेकिन उस गुस्से की प्रतिक्रिया में नाराज कट्टरपंथी सड़कों पर आ गये और माल्मो शहर में दंगे शुरू कर दिये.  जो स्वीडन में हो रहा है वह अक्सर यूरोप के फ्रांस, जर्मनी जैसे देशों में देखा जाता रहा है, किन्तु शांतिप्रिय देश स्वीडन में इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति अमूमन देखने में नहीं आती.  


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स्वीडन आना चाहते थे ये नेता


स्वीडन से प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किये गए दक्षिणपंथी नेता को स्वीडन में आने से रोका गया था और इसके लिए उनको गिरफ्तार करना पड़ गया जिसे उनके समर्थकों ने नापसंद किया और उनकी प्रतिक्रिया के जवाब में कट्टरपंथियों ने और भी बड़ी प्रतिक्रिया दिखाते हुए स्वीडन के सबसे बड़े शहर मालमों को दंगों का शिकार बना दिया. 


शुक्रवार देर रात को हुई घटना 


स्वीडन के माल्मो शहर में 28 अगस्त शुक्रवार की रात हिन्सक घटनाएं होती देखी गईं. दोनों पक्ष के लोगों में गुस्सा देखा गया. गिरफ्तार नेता के समर्थकों ने कट्टरपंथियों की एक धार्मिक पुस्तक को आग के हवाले कर दिया तो कट्टरपंथियों ने आक्रामक विरोध प्रदर्शन करते हुए आगजनी और तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी. कई जगहों पर सड़कों में टायर जलाये गए थे और शहर भर में धुंआ फैला हुआ था. 


तीन सौ लोगों की भीड़ ने किया हमला 


प्राप्त जानकारी के अनुसार यह एक साजिशाना दंगा बताया जा रहा है. शहर में फैली अराजकता को नियंत्रित करने उतरी पुलिस को भी दंगाइयों ने नहीं बख्शा. अचानक ही तीन सौ लोग सड़कों पर उतर आये और इस उत्पाती भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया और जम कर पथराव किया. 


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