नई दिल्ली. कहा जाता है दुनिया में असली लड़ाई तेल की है अर्थात तेल के धंधे में जिसका वर्चस्व है वही दुनिया का सबसे कामयाब देश है. ऐसे में रूस ने अपनेआप को तेल के धंधे का बड़ा खिलाड़ी साबित किया  है और वह दुनिया में कच्चे तेल का उत्पादन करने वाले देशों में सबसे ऊपर से एक पायदान नीचे पहुँच गया है.  


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सऊदी अरब हुआ पीछे 


तेल का उत्पादन ही दुनिया के देशों को धनी भी बनाता है. ऐसे में रूस ने दुहरी विजय हासिल की है. उसने न केवल अपनेआप को तीसरे नंबर से दूसरे नंबर पर पहुँचाया है बल्कि दूसरे पायदान पर स्थापित  सऊदी अरब को बड़ा झटका देते हुए तेल उत्‍पादन करने वाले देशों की सूची में में तीसरे पायदान पर धकेल दिया है. हमेशा की तरह अमेरिका सर्वोच्च तेल उत्पादक देश बना हुआ है अर्थात पहले पायदान पर काबिज है.  


जून 2020 के आंकड़ों ने तय किया 


कच्चे तेल का उत्पादन करने वाले देशों का क्रम हाल ही में आंकड़ों द्वारा तय हुआ है. दो माह पूर्व अर्थात जून 2020 में देखे गए आंकड़ों ने बताया कि रूस ने लगभग 88 लाख बैरल का तेल उत्पादन प्रति दिन किया वहीं सऊदी अरब का तेल उत्पादन प्रतिदिन का 75 लाख बैरल रहा. नंबर वन पर काबिज अमेरिका में यही उत्पादन लगभग 109 लाख बैरल प्रतिदिन का देखा गया. इसके बाद अब रूस तेल का   उत्‍पादन करने वाले देशों की सूची में सऊदी अरब को पछाड़ कर खुद दूसरे पायदान पर पहुंच गया है.


मार्च में होड़ बढ़ी थी 


इस साल की पहली तिमाही के बाद से रूस और सऊदी अरब के बीच कच्‍चे तेल की कीमतों की जंग शुरू हुई थी. जहां सऊदी अरब की मांग थी कि रूस तेल उत्पादन कम करे, ताकि अंतर्राष्ट्रीय तेल बाज़ार तेल की गिरती कीमत थामी जा सके. रूस ने इस शर्त को मानने से इंकार कर दिया. बदले में मजबूरन सऊदी अरब को तेल का उत्पादन बढ़ाना पड़ा और तेल की कीमतों में छूट भी देनी पड़ी.


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