जिस यूक्रेनी क्षेत्र का पुतिन ने किया था रूस में विलय का ऐलान, वहां अब जेलेंस्की की सेना को मिल रही सफलता
यूक्रेनी सैनिकों को देश के दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में नई बढ़त मिली है और सोमवार को भी उनका यह अभियान जारी रहा, जो मॉस्को के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है. कीव के अधिकारियों और विदेशी पर्यवेक्षकों ने यह जानकारी दी.
नई दिल्लीः यूक्रेनी सैनिकों को देश के दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में नई बढ़त मिली है और सोमवार को भी उनका यह अभियान जारी रहा, जो मॉस्को के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है. कीव के अधिकारियों और विदेशी पर्यवेक्षकों ने यह जानकारी दी.
खेरसॉन में धीरे-धीरे मिल रही सफलता
उल्लेखनीय है कि खेरसॉन वह क्षेत्र है जिसका रूस विलय करना चाहता है. यूक्रेन के लिए खेरसॉन मुश्किल युद्ध का मैदान साबित हुआ है और यहां पिछले महीने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर फतह हासिल करने के मुकाबले उसे अपेक्षाकृत धीरे-धीरे सफलता मिल रही है.
खेरसॉन के मॉस्को में विलय का हुआ था ऐलान
खेरसॉन उन चार इलाकों में शामिल है, जिन्हें क्रेमलिन प्रायोजित ‘जनमत संग्रह’ के बाद रूस ने पिछले सप्ताह मॉस्को के साथ विलय करने का ऐलान किया था. क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) नियंत्रित संसद के निचले सदन ने सोमवार को विलय को लेकर की गई संधि की पुष्टि कर दी. इस संधि को मंजूरी देने लिए मंगलवार को उच्च सदन में पेश किया जाएगा.
जापोरिज्जिया और खेरसॉन का मुद्दा है खुला
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सोमवार को बताया कि दो क्षेत्र दोनेत्स्क और लुहांस्क वर्ष 2014 में रूस समर्थकों और यूक्रेन समर्थकों के बीच संघर्ष से पहले तय प्रशासनिक सीमा के साथ रूस में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने रेखांकित किया कि जापोरिज्जिया और खेरसॉन का मुद्दा खुला है और बातचीत जारी है.
यूक्रेनी मीडिया ने देश के सैनिकों की तस्वीर की जारी
पेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम इन इलाकों के लोगों से बातचीत कर रहे हैं.’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी. यूक्रेन के मीडिया ने अपने देश के सैनिकों की तस्वीर प्रसारित की है जिसमें वे ख्रीश्चेनिवका गांव में राष्ट्रीय ध्वज फहराते नजर आते हैं. यह गांव उसी खेरसॉन इलाके में स्थित है, जहां पर रूसी सुरक्षा पंक्ति मौजूद थी.
रूस के आपूर्ति मार्ग पर निशान बना रहा यूक्रेन
कीव गर्मियों से ही लगातार जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के आपूर्ति मार्ग को निशाना बना रहा है. यूक्रेन रूस के कब्जे वाले निपर नदी क्षेत्र के पश्चिमी हिस्सों में बढ़त बना रहा है. यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई सफल होने के बावजूद पूर्वोत्तर के मुकाबले दक्षिण में धीमी प्रगति हो रही है.
खेरसॉन में तैनात रूसी अधिकारी ने स्वीकारी ये बात
मॉस्को समर्थक रूसी सैन्य ब्लॉगरों ने स्वीकार किया है कि यूक्रेन के सैनिक बेहतर हैं और इलाके में उनके अभियान को टैंक इकाई की मदद मिल रही है. रूस द्वारा खेरसॉन इलाके में तैनात अधिकारी किरील स्ट्रीमोउसोव ने सोमवार को सुबह वीडियो संदेश में स्वीकार किया कि यूक्रेन की सेना ‘उनके कब्जे वाले इलाके के कुछ और भीतर तक पहुंच गई है.’ हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘सबकुछ नियंत्रित है’ और रूसी ‘रक्षा प्रणाली’ इलाके में काम कर रही है.
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