समरकंद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने उज्बेकिस्तान के शहर समरकंद पहुंचे. इस शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा चनौतियों, व्यापार और ऊर्जा आपूर्ति को बढ़ावा देने समेत कई अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की तैयारी है. दो साल बाद पहली बार एससीओ के शिखर सम्मेलन में नेताओं की व्यक्तिगत रूप से मौजूदगी दिखेगी. इसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी भाग लेंगे. 


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मोदी के शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है, जिसमें पुतिन और उज्बेक राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव सहित अन्य नेताओं से उनकी बातचीत होगी. हालांकि, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी संभावित द्विपक्षीय बैठक के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है.


क्या बोले पीएम मोदी
मोदी ने रवाना होने पहले अपने बयान में कहा, ‘मैं एससीओ शिखर सम्मेलन में सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी और परस्पर लाभकारी सहयोग को और गहरा करने को लेकर उत्सुक हूं.’ 


कई फैसले लिए जाने की संभावना
उन्होंने कहा कि उज्बेकिस्तान की अध्यक्षता में व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में आपसी सहयोग के लिए कई फैसले लिये जाने की संभावना है. मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रपति मिर्जियोयेव से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं. मोदी ने कहा कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. हालांकि विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘जब प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बैठकों का कार्यक्रम सामने आएगा तो हम आपको पूरी तरह से अवगत कराएंगे.’ 


शहबाज शरीफ भी हो रहे हैं शामिल
शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी शामिल हो रहे हैं. यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और ताइवान के प्रति चीन के आक्रामक सैन्य रुख के कारण बड़े पैमाने पर भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आठ देशों के प्रभावशाली समूह का शिखर सम्मेलन हो रहा है. रूसी और ईरानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक मोदी, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठक करेंगे.


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