मेडिकल हिस्ट्री को हैरान कर देने वाला मामला आया सामने, 12 महीने की बच्ची के दिमाग में पल रहा था बच्चा
Unborn Twin found in Brain: विज्ञान की दुनिया अपने आप में अजब-गजब किस्सों से भरी हुई है और जब बात मेडिकल साइंस की हो तो यहां पर आपको कई बार हैरान कर देने वाले मामले देखने को मिलते हैं. दो दिल वाले बच्चों से लेकर चार हाथ वाले बच्चों के केस तक ने पहले ही दुनिया को हैरान किया है लेकिन फिलहाल जो मामला सामने आया है उसने मेडिकल साइंस के इतिहास में सबसे ज्यादा चौंकाने वाले केसों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा लिया है.
Unborn Twin found in Brain: विज्ञान की दुनिया अपने आप में अजब-गजब किस्सों से भरी हुई है और जब बात मेडिकल साइंस की हो तो यहां पर आपको कई बार हैरान कर देने वाले मामले देखने को मिलते हैं. दो दिल वाले बच्चों से लेकर चार हाथ वाले बच्चों के केस तक ने पहले ही दुनिया को हैरान किया है लेकिन फिलहाल जो मामला सामने आया है उसने मेडिकल साइंस के इतिहास में सबसे ज्यादा चौंकाने वाले केसों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा लिया है.
बच्ची के दिमाग में बढ़ रहा था भ्रूण
न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक खबर ने दुनिया भर के मेडिकल विशेषज्ञों को हैरान कर दिया है जिसमें चीन से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर एक 12 साल की बच्ची के दिमाग में भ्रूण पल रहा था. बच्ची का जन्म एक साल पहले हुआ था लेकिन जन्म के बाद से ही लगातार उसका इलाज चल रहा था और जब धीरे-धीरे समस्या बढ़ने लगी तो डॉक्टर्स के यहां आवाजाही तेज हो गई.
4 इंच तक बढ़ चुका था जुड़वा भ्रूण
बच्ची के माता-पिता ने जब डॉक्टर की सलाह पर उसके सिर का सिटी स्कैन कराया तो बच्ची के दिमाग में एक भ्रूण पाया गया. डॉक्टर्स ने जब इसकी गहन जांच की तो पाया कि 4 इंच तक बढ़ चुके इस अजन्मे भ्रूण में कमर, हड्डियां और उंगलियों के नाखूनों का विकास हो रहा था जो कि उसके दिमाग में तब से पल रहा था जब वो बच्ची अपनी मां की कोख में थी.
जानें क्या है मेडिकल साइंस में इस स्थिति का नाम
इसके बाद बच्ची के दिमाग से वो भ्रूण निकाला गया और जीनोम सीक्वेंसिग के जरिये जब इसकी जांच की गई तो पाया गया कि बच्ची के दिमाग में विकसित हो रहा वो भ्रूण इसी बच्ची का जुड़वा थी. मेडिकल साइंस की भाषा में इस सिचुएशन को फीटस इन फीटू कहते हैं. इस मामले में जब बच्चा मां की कोख में होता है तो दो भ्रूण गर्भाशय तक पहुंचते हैं लेकिन एक भ्रूण का विकास दूसरे भ्रूण के अंदर ही होने लगता है. यह तब होता है जब दोनों भ्रूण सही तरह से अलग नहीं हो पाते हैं.
अब तक 200 मामले आये हैं सामने
गौरतलब है कि मेडिकल साइंस के इतिहास में अब तक फीटस-इन फीटू के करीब 200 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें से 18 मामलों में दिमाग के अंदर भ्रूण के विकसित होने की खबर आई है. कई मामलों में दूसरे भ्रूण का विकास पेट, आंत, मुंह और अंडकोश में भी पाया गया है.
दिमाग में जुड़वा भ्रूण के विकास के अलावा इस बच्ची को हाइड्रोसेफलस नाम की बीमारी भी थी जिसमें दिमाग के अंदर लिक्विड जमा होने लगता है और ज्यादा जमाव होने पर दिमाग को नुकसान पहुंचने की संभावना होती. आमतौर पर यह बीमारी नवजात बच्चों और बड़े बुजुर्गों में ही पाई जाती है.
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