नई दिल्लीः US Secret Service: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पेंसिल्वेनिया के बटलर में रैली के दौरान हमला हुआ. फायरिंग के बाद ट्रंप के दाहिने कान से खून निकलते हुए दिखा. ट्रंप को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने कवर दिया और उन्हें स्टेज से उतारकर बाहर निकाला. बाद में सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता ने बताया कि ट्रंप सुरक्षित हैं. 


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ट्रंप की रैली में हुई इस गोलीबारी के बाद से सीक्रेट सर्विस पर भी सवाल उठ रहे हैं. कैसे उससे ट्रंप की सुरक्षा में चूक हो गई. वहीं स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सीक्रेट सर्विस के हेड और सुरक्षा दल के नेता को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह या तो अक्षमता है या जानबूझकर किया गया था.


क्या है अमेरिकी सीक्रेट सर्विस?


अमेरिका में राष्ट्रपति की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीक्रेट सर्विस पर होती है. ये व्हाइट हाउस, अमेरिका के उच्च सुरक्षा अधिकारियों और हाई प्रोफाइल नेताओं की भी सुरक्षा करती है. चुनाव के दौरान सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स प्रमुख उम्मीदवार की सुरक्षा करते हैं. ये ही एजेंट्स गोलीबारी के घटना के दौरान ट्रंप की सुरक्षा में तैनात थे. इसकी स्थापना साल 1865 में हुई थी और 1901 में सीक्रेट सर्विस को अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया.


राष्ट्रपति की सुरक्षा के फैसले लेने का जिम्मा


सीक्रेट सर्विस के पास काफी शक्तियां होती हैं. वह अमेरिकी राष्ट्रपति के उन्हें अकेला छोड़ने के आदेश को इनकार कर सकती है. राष्ट्रपति की सुरक्षा से जुड़े फैसले यही लेती है. विदेश में भी अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा यही संभालती है. इसके लिए सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स यात्रा से करीब 3 महीने पहले अपनी तैयारियां शुरू कर देते हैं.


होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के अंतर्गत आने वाली यूएस सीक्रेट सर्विस अमेरिकी राष्ट्रपति को त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रदान करती है. इसमें राष्ट्रपति के सबसे नजदीक प्रोटेक्टिव डिविजन एजेंट रहते हैं. इसके बाद सीक्रेट सर्विस के एजेंट रहते हैं और फिर पुलिस उनकी सुरक्षा में तैनात रहती है.


चप्पे-चप्पे पर रहती है निगरानी


अगर अमेरिकी राष्ट्रपति किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं तो सीक्रेट सर्विस के एजेंट हर पहलू से सुरक्षा पुख्ता करती है. इनके साथ करीब 25 कुत्ते भी रहते हैं. राष्ट्रपति की आधिकारिक कार द बीस्ट, संचार उपकरण, सुरक्षा उपकरण आदि भी रहते हैं. सीक्रेट एजेंट्स के पास अमेरिकी राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप वाला ब्लड भी साथ में होता है, ताकि नौबत आने पर तुरंत खून चढ़ाया जा सके. 


राष्ट्रपति के काफिले से सारी गाड़ियां हटवा दी जाती हैं. वो जिस होटल में ठहरते हैं उनके लिए पूरा फ्लोर खाली करवाया जाता है. वहीं ऊपर और नीचे के फ्लोर में सिर्फ उनके स्टाफ के ठहरने की अनुमति होती है. राष्ट्रपति जिस कमरे में रुकते हैं उसकी भी पूरी जांच की जाती है.


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