हमले की धमकी पर चीन से बोला ताइवान - अंतर्राष्ट्रीय क़ानून तोड़ के दिखाओ !
ताइवान चीन का पड़ोसी देश है और बहुत छोटा सा देश है लेकिन हिम्मत के मामले में वो बड़ों बड़ों से कम नहीं. जब चीन ने उसे हमले की धमकी दी तो जवाब मिला कि अगर ऐसी हिमाकत की तो होगा अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन..
नई दिल्ली. चीन सारी दुनिया में अपनी बदतमीजी के लिये लगातार बदनाम होता जा रहा है. चाहे वो भारत हो, हांगकांग हो, जापान हो या ताइवान - हर देश से उसने सीमा विवाद कर रखा है. अब जब ताइवान पर कब्जा करने की कोशिश में उसने उसे हमले की धमकी दी तो जो जवाब मिला उससे चीन तिलमिला कर रह गया. ताइवान ने कहा कि ऐसा करने की हिमाकत न करना वरना ये अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन होगा.
चीन ने दी है हमले की धमकी
चीन बरसों से ताइवान पर कब्जा करने की नीयत से योजनायें बनाता चला आ रहा है लेकिन अब तक नाकाम ही रहा है. गुस्से में भड़भड़ा के अब उसने ताइवान पर हमले की धमकी तक दे डाली है. चीन ने ताइवान से कहा है कि यदि ताइवान को स्वतंत्र बनने से रोकने का चीन के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा तो वह ताइवान पर हमला करेगा. लेकिन ताइवान ने डरने की बजाये इस धमकी पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है.
कोरोना महामारी के दौर में दे रहा है धमकी
दुनिया भर में कोरोना वायरस भेज कर महामारी पैदा करने वाले चीन ने ताइवान पर हमले की धमकी दी है. इस धमकी के काम को चीनी सेना के चीफ ऑफ ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट और केंद्रीय सैन्य आयोग के सदस्य ली जुओचेंग ने अंजाम दिया है. उसने ताइवान के लिये एक बयान जारी करके उसे सन्देश दिया है कि यदि चीन को लगता है कि ताइवान को चीन में मिलाने के शांतिपूर्वक प्रयत्न असफल हो गये हैं तो वह ऐसी किसी भी अलगाव की साजिश असफल करने के लिये हर कदम उठायेगा चाहे उसे इसके लिये ताइवान पर हमला ही क्यों न करना पड़े.
दिया खरा-खरा जवाब ताइवान ने
चीन ताइवान के लोगों के राष्ट्रप्रेम से भली-भांति परिचित है इसलिये उसे उम्मीद थी कि उसकी हमले की धमकी कारगर नहीं होगी. हुआ भी वही और उसके हमले वाये बयान पर ताइवान के चीन मामलों की परिषद ने कहा कि ताइवानी नागरिकों के लिये तानाशाही और हिंसा सदा ही अस्वीकार्य है. ताइवान का मानना है कि समस्याओं के समाधान का तरीका हिन्सा और एकतरफा निर्णय द्वारा नहीं हो सकता.
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