तालिबान आया खूनी रंग में, किये 33 हमले, समझौता खटाई में
अमरीका-तालिबान समझौते की शुरुआत ही इतनी खूनी हुई है कि अब आगे अफगानिस्तान की धरती पर शान्ति का अनुमान करना भी कल्पना होगी. तालिबान के खून में वहशीपन है जो रक्तपात के बिना पूर्ण नहीं होता, इतने बरस अफगानिस्तान में रह कर भी अफगानी सेना इस बात को न समझ सकी थी..
नई दिल्ली. दो दिन पहले बड़ी खबर ये थी कि अफगानिस्तान की धरती में शान्ति बहाल हो रही है और शान्ति समझौते पर अमेरिका और तालिबान के दस्तखत हो रहे हैं. लेकिन समझौते के दो दिन बाद आज बड़ी खबर ये है की तालिबान ने अफगानिस्तान के 16 प्रांतों में 33 हमले किये हैं जिनमें 21 लोगों की जानें गईं हैं. ये शान्ति समझौते की शुरुआत है.
पिछले चौबीस घंटे में हुए तैंतीस हमले
पहली बात तो ये कि तालिबान ने शान्ति समझौते का बिलकुल सम्मान नहीं किया. समझौते की शर्तों का पालन तो दूर समझौते के अगले दिन ही तालिबान ने अपना खूनी खेल शुरू कर दिया और अफगानिस्तान में अलग अलग जगहों पर कुल 33 हमले किये और 21 लोगों को मौत के घात उतार दिया. उधर दूसरी तरफ अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर का बयान आया है कि तालिबान के साथ समझौता अफगानिस्तान में युद्ध की समाप्ति की दिशा में राजनीतिक समाधान की दिशा में प्रथम चरण है.
ट्रम्प ने की मुल्ला गनी से फोनवार्ता
ये हमले तालिबान द्वारा अफगानी सेना के अड्डों पर किये गए थे जिनसे दो दिन पुरानी युद्ध विराम की संधि खतरे में पड़ गई. अमेरिका ने मध्यस्थता करके अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच यह शान्ति-संधि कराई थी. इन हमलों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि फ़ोन पर उनकी बात तालिबान के नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से हुई है जो कि अच्छी रही. इस फ़ोनवार्ता की पुष्टि तालिबान के प्रवक्ता ने भी की.
गृहमंत्रालय ने दिए हमले के आंकड़े
अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत राहिमी ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया को जानकारी दी की पिछले 24 घंटों में तालिबान के द्वारा अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से 16 पर कुल 33 हमले किए गए. जिनमें छह नागरिक और सात सैनिक मारे गए और 14 घायल हुए हैं.
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