नई दिल्ली: एक ऐसे देश में बसने की इच्छा हर किसी की होती है जो खुशहाल हो. खुशहाली से यहां पर मतलब इस बात है कि जहां पर जीवन जीने की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों और जो एक खुशहाल जीवन जीने के लिए सभी जरूरी मानकों पर खरा उतरता हो. इस तरह से यूरोप में स्थित फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देशा माना जाता है. अगर आप भी दुनिया के इस सबसे खुशहाल देश में जीना चाहते हैं तो आपके पास यहां बसने का एक बेहद ही शानदार मौका है. 


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फिनलैंड को हर साल 50 हजार लोगों की जरूरत


बढ़ती उम्र के कारण पैदा होने वाली नौकरी की रिक्तियों को भरने के लिए फिनलैंड को अगले 28 वर्षों में हर साल 50,000 से अधिक अप्रवासियों की जरूरत है. देश के तकनीकी उद्योग ने ये बात कही है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रौद्योगिकी फिनलैंड ने बुधवार को कहा कि अकेले यह उद्योग, जो फिनलैंड में सबसे महत्वपूर्ण निर्यात क्षेत्र है, को अगले 10 वर्षों में 130,000 नए लोगों की जरूरत होगी.


अगले दस सालों में फिनलैंड में हजारों नौकरियां


बता दें कि फिनलैंड जाने वाले लोगों में आधों को रिटायर हुए लोगों की वजह खाली नौकरियां मिलेंगी. जिसका अर्थ है कि अगले दस वर्षों में निर्यात उद्योग में हजारों नौकरियों के पद खाली होंगे. लगभग 1,800 टेक उद्योग कंपनियों के एक संघ, टेक्नोलॉजी फिनलैंड के अध्यक्ष जाको एस्कोला ने कहा, फिनलैंड में लोग बूढ़े हो रहे हैं और देश पर कर्ज भी बढ़ता जा रहा है, जिससे सब कुछ उल्टा पुल्टा हो रहा है. 


अप्रवासी ही रह गए फिनलैंड की आखिरी उम्मीद


एस्कोला ने कहा कि अगर फिनलैंड में पर्याप्त कामकाजी उम्र के लोग नहीं हैं, तो कल्याणकारी राज्य को बनाए नहीं रखा जा सकता. इसीलिए फिनलैंड में अप्रवासी ही अब एक आखिरी विकल्प बचे रह गए हैं. इसीलिए देश में एक सफल इमाइग्रेशन पॉलिसी बनाने की जरूरत है. हालांकि अकेले इमाग्रेशन पॉलिसी इसका हल नहीं है. विशेष रूप से सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं के कौशल स्तर को ऊपर उठाना आवश्यक है. 


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