ट्रम्प ने टाली G7 समिट, भारत को देंगे निमंत्रण
इस समाचार का प्रथम भाग ये बताता है कि G7 समिट पर पूरा ध्यान देने का समय नहीं है अमरीकी राष्ट्रपति के पास क्योंकि वे कोरोना नाम की अब तक की सबसे बड़ी चीनी चुनौती का सामना करने में दिन रात व्यस्त हैं. लेकिन इस समाचार का द्वितीय भाग निस्संदेह अमेरिका की दृष्टि में भारत की वैश्विक गुरुता के प्रति सम्मान का प्रगटीकरण है..
नई दिल्ली. कोरोना महामारी को ध्यान में रख कर अनिवार्य व्यस्तता को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वरीयता दी है और G7 समिट को अब चार महीनों के लिये स्थगित कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि वे इस समिट में भारत सहित कई अन्य देशों को शामिल करना चाहते हैं.
सितंबर में आयोजित होगी समिट
डोनाल्ड ट्रंप ने सात देशों के अहम वैश्विक संगठन G7 की बैठक को सितंबर तक के लिए टाल दिया है. इतना ही महत्वपूर्ण समाचार इससे जुड़ा हुआ ये भी है कि ट्रंप चाहते हैं कि G7 समिट में शामिल देशों की संख्या बधाई जाए. वे G7 में भारत को भी सम्मिलित करना चाहते हैं. फिलहाल ये समिट जून माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित की जानी थी.
चार बड़े राष्ट्र हो सकते हैं शामिल
G7 नामक इस महत्वपूर्ण वैश्विक संगठन में जितने अधिक राष्ट्र सम्मिलित होंगे विश्व शान्ति की सुरक्षा उतनी ही अधिक सशक्त हो सकेगी. चीन की विस्तारवादी चोर नीति के विरुद्ध कई देशों को युद्ध की आशंका है अतएव इस स्थिति को रोकने के लिए और चीन पर दबाव बढ़ाने के लिए और भी कई मजबूत कंधों की आवश्यकता हो सकती है. डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रारम्भिक चरण में भारत, रूस, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को इसमें शामिल करने की इच्छा जताई है. भारत की तरह रूस को भी जी7 में शामिल करने की डोनाल्ड ट्रम्प की चाहत वास्तव में बड़ी खबर है.
क्या है G7 समूह
G7 सात राष्ट्रों का वैश्विक समूह है जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विश्व के सात बड़े देश शामिल हैं. जी7 शिखर सम्मेलन में यूरोपीय संघ भी प्रतिनिधित्व करता है. पिछले वर्ष अगस्त में फ्रांस में आयोजित जी-7 के 45वें शिखर सम्मेलन में भारत को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को प्रतिनिधित्व प्रदान किया था.
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