नई दिल्लीः सप्ताह में चार दिन काम और तीन दिन छुट्टी का वर्क मॉडल को लेकर काफी चर्चा होती आई है. काम प्रभावित होने की आशंका से इतर यह मॉडल सफल साबित हो रहा है और लगभग 95 फीसदी कंपनियां इस वर्क मॉडल के पक्ष में हैं. ऐसा इसको लेकर आए परिणामों के बाद हुआ है.


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सफल घोषित हुई 'पायलट योजना' 
दरअसल, काम करने लेकर आयोजित विश्व की सबसे बड़ी ‘पायलट योजना’ के मंगलवार को प्रकाशित निष्कर्ष में इसे सफल घोषित किया गया है. इस परीक्षण में शामिल अधिकतर कंपनियों ने कहा कि वे चार दिवसीय कार्य सप्ताह के इस मॉडल को जारी रखेंगी. 


जून से दिसंबर 2022 तक चला परीक्षण
ब्रिटेन में पिछले साल जून से दिसंबर के दौरान किए गए परीक्षण में ब्रिटेन के विभिन्न क्षेत्रों की कुल 61 कंपनी ने इसमें हिस्सा लिया था. गैर लाभकारी संस्था ‘फोर डे वीक ग्लोबल’ की ओर से आयोजित ‘पायलट योजना’ के तहत ब्रिटेन के करीब 3,000 कर्मचारियों को चार दिवसीय कार्य सप्ताह में उसी वेतन की पेशकश की गई थी, जो उन्हें पांच दिवसीय कार्य सप्ताह के लिए दिया जाता है. 


ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज ने भी लिया हिस्सा
बोस्टन कॉलेज से जुड़ीं प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर जूलियट स्कोर ने कहा, ‘परिणाम अलग-अलग प्रकार के कार्यस्थलों पर काफी हद तक स्थिर साबित हुए हैं. यह दर्शाता है कि यह एक नवाचार है जो कई प्रकार के कार्यस्थलों के लिए अनुकूल है.’ इस परीक्षण में ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय भी शामिल रहे. 


कर्मचारियों का व्यायाम का समय बढ़ा
जूलियट स्कोर ने कहा, ‘कुछ रोचक अंतर भी हैं. हमने पाया कि गैर-लाभकारी और पेशेवर सेवाओं में लगे कर्मचारियों के व्यायाम करने के औसत समय में वृद्धि हुई, जबकि निर्माण/विनिर्माण क्षेत्र में काम करने वालों ने थकावट भरे काम और नींद की समस्या में राहत महसूस की.’ 


सिर्फ चार फीसदी कंपनियां पक्ष में नहीं
उन्होंने कहा कि पायलट योजना से मिले निष्कर्ष में पाया गया कि लगभग सभी कंपनियां चार दिवसीय कार्य सप्ताह को जारी रखना चाहती हैं. जूलियट स्कोर ने कहा कि परीक्षण में शामिल 91 फीसदी कंपनियां इसे जारी रखने की योजना बना रही हैं और चार फीसदी इसे जारी रखने पर विचार कर रही हैं. यानी लगभग 95 फीसदी कंपनियां इसके पक्ष में हैं. वहीं, चार फीसदी ने चार दिवसीय कार्य सप्ताह को जारी नहीं रखने का फैसला किया है. 


'महिलाओं को फायदा ज्यादा' 
‘फोर डे वीक ग्लोबल’ के सीईओ डॉ. डेल वेलेहेन ने कहा, ‘पुरुषों और महिलाओं दोनों को चार दिवसीय कार्य सप्ताह से लाभ होता है, लेकिन महिलाओं का अनुभव आम तौर पर बेहतर है. इस कार्य सप्ताह से जीवन और नौकरी से संतुष्टि, मानसिक स्वास्थ्य और आने-जाने के समय में कमी का खास महत्व है.’ 


(इनपुटः भाषा)


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