नई दिल्ली. ये वायरलाजिस्ट जान बचाकर हांगकांग से अमेरिका पहुंची है. और अब जब उसे अमेरिका में आश्रय मिला है तो उसने खोल दिया चीन का सच. इस वायरोलॉजिस्ट ने बताया कि चीन ने छिपाई है कोरोना वायरस की जानकारी. 


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चीन पर लगे हैं जानकारी छुपाने के आरोप


दुनिया भर में फैली चीन की दी हुई कोरोना महामारी अब तक शांत नहीं हुई है. लेकिन इसकी शुरुआत से आज तक के पिछले सात माह में इस वायरस पर कई तरह की बातें सामने आई हैं किन्तु साक्ष्य के अभाव में अब तक यह सिद्ध नहीं किया जा सका है कि चीन ने जानबूझ कर वायरस की जानकारी छुपाई है और सही समय पर सही समय पर इस वायरस के फैलने की जानकारी विश्व समुदाय को नहीं दी. 


चीन ने लगातार किया विरोध


कोरोना कंट्री चीन ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को लगातार झुठलाने का काम किया है. चीन ने दावा किया है उसको जब वायरस की जानकारी मिली तब उसने अविलंब विश्व स्वास्थ्य संगठन को बताया और इसके साथ ही दुनिया के कई देशों को भी उसकी जानकारी दी. परंतु अब जब हांगकांग की वायरलोलॉजिस्ट का खुलासा सामने आया है तो चीन का दावा झूठा साबित हो गया है.


'चीन को काफी पहले से पता था'


हांगकांग से भाग कर अमेरिका आई यह वैज्ञानिक हांग-कांग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में वायरोलॉजी और इम्यूनोलॉजी की विशेषज्ञ है जिसका नाम लि-मेंग यान है. लि मेंग यान ने बताया कि कोरोनावायरस को लेकर चीन का सारी जानकारी काफी पहले से थी. यान ने यह भी बताया कि जानकारी छुपाने का कार्य चीन की सरकार के सर्वोच्च स्तर पर किया गया है. 


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