नई दिल्लीः अमेरिका ने जॉर्डन में अपने सैनिकों पर हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की है. अमेरिकी सेना ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया और ईरानी 'रिवोल्यूशनरी गार्ड' के कई ठिकानों पर हमले किए. राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य शीर्ष अमेरिकी नेता मिलिशिया समूहों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की चेतावनी कई दिनों से दे रहे थे.


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'किसी भी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे तो जवाब देंगे'
अमेरिका की ओर से शुक्रवार को हमले किए जाने के बाद बाइडन ने एक बयान जारी कर कहा, 'अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता है, लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, वे यह जान लें कि यदि आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे, तो हम जवाब देंगे.'


बाइडन ने पिछले रविवार को कहा था कि जॉर्डन में ईरान के 'इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स' (आईआरजीसी) की ओर से समर्थित आतंकवादी समूहों के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई. 


मेरे निर्देश पर की गई कार्रवाईः बाइडन
बाइडन ने शुक्रवार को कहा, 'मेरे निर्देश पर आज दोपहर अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन केंद्रों को निशाना बनाया जिनका इस्तेमाल आईआरजीसी और मिलिशिया समूह अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं. हमारी जवाबी कार्रवाई आज से शुरू हुई जो हमारी तरफ से चुनी गई जगहों और हमारे चुने समय पर जारी रहेगी.'


85 से ज्यादा ठिकानों पर किया गया हमला
'यूएस सेंट्रल कमांड' (सेंटकॉम) के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे (भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर रात ढाई बजे) उसकी सेना ने 'आईआरजीसी कुद्स फोर्स' और मिलिशिया समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में हवाई हमले किए. अमेरिकी सैन्य बलों ने 85 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया, इस हमले में अमेरिका से भेजे गए लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों सहित कई विमान शामिल थे. 


यह हमारी जवाबी कार्रवाई की शुरुआत
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि यह हमारी जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है. राष्ट्रपति ने आईआरजीसी और मिलिशिया को अमेरिका और गठबंधन बलों पर उनके हमलों का जवाबदेह ठहराने के लिए अतिरिक्त कार्रवाई का निर्देश दिया है.


ऑस्टिन ने कहा, हमारे द्वारा चुने समय और स्थानों पर हमले किए जाएंगे. हम पश्चिम एशिया या कहीं और संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन राष्ट्रपति और मैं अमेरिकी बलों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम अमेरिका, हमारी सेनाओं और हमारे हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कार्रवाई करेंगे.