नई दिल्ली: Why Biden Steps Back From US Election: अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से खुद को दूर कर लिया है. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया. बाइडेन ने वर्तमान में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को आगामी चुनाव के लिए समर्थन दे दिया है. 


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पहले से ही जताई जा रही थी ये संभावना
CNN की रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया था कि जो बाइडेन आगामी 72 घंटो (तीन दिन) में अपनी उम्मीदवारी को लेकर बड़ा फैसला कर सकते हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ नेताओं ने पहले ही ऐसा इशारा कर दिया था. इसके बाद रिपोर्ट्स आईं की रविवार को बाइडेन अपनी उम्मीदवारी वापस ले सकते हैं, हुआ भी यही. सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि जो बाइडेन ने खुद को राष्ट्रपति चुनाव से अलग क्यों कर लिया?


जो बाइडेन ने इन 5 वजहों से खुद को राष्ट्रपति चुनाव से दूर किया


1. बढ़ती उम्र: जो बाइडेन 81 साल के हो चुके हैं. बीते चुनाव में भी उनकी उम्र को लेकर सवाल उठे थे, फिर इस बार तो उठना लाजमी थे. वोटर्स के अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता भी ये मानते थे कि बाइडेन की उम्र अब चुनाव लड़ने की नहीं रही. पार्टी वर्कर्स में बाइडेन को लेकर कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिल रहा था.


2. पार्टी में बगावत: डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेता जो बाइडेन की दावेदारी से खुश नहीं थे, पार्टी में बाइडेन के खिलाफ बगावत हो चुकी थी. इनमें पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का नाम सबसे ऊपर है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल ही में बराक ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की उम्मीदवारी के बारे में पार्टी के नेताओं के सामने निजी रूप से चिंता व्यक्त की. प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने भी पर्सनल लेवल पर बाइडेन को चुनाव न लड़ने की नसीहत दी. उन्होंने आगाह किया कि बाइडेन पीछे नहीं हटते हैं, तो डेमोक्रेटिक पार्टी  किसी भी हाल में चुनाव नहीं जीत सकती.


3. मेंटल हेल्थ पर सवाल: अमेरिकी मीडिया में समय-समय पर जो बाइडेन की मेंटल हेल्थ को लेकर सवाल उठते रहे हैं. हाल ही में हुए प्रेसिडेंशियल इलेक्शन के डिबेट में बाइडेन की कई हरकतों के कारण उनकी मेंटल हेल्थ शक के घेरे में आती है. कई डॉक्टर्स ने बाइडेन को कॉग्निटिव टेस्ट (एक तरह का मेंटल टेस्ट) कराने के लिए कहा. बाइडेन के विरोधी ट्रंप ने भी उन्हें ये टेस्ट कराने की चुनौती दी थी. लेकिन बाइडेन ने इसे स्वीकार नहीं किया. 


4. ट्रंप के सामने कमजोर: प्रेसिडेंशियल इलेक्शन के डिबेट में जो बाइडेन रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से कमजोर साबित हुए. CNN के सर्वे में 67% लोगों को डिबेट में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप मजबूत लगे. जबकि केवल 33 % जो बाइडेन को प्रभावी मान रहे थे. इस डिबेट के बाद से बाइडेन की रेटिंग में भारी गिरावट आई.


5. ट्रंप के पक्ष में सहानुभूति: पेंसिलवेनिया की रैली में पब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चली, जिसके बाद उनके पक्ष में एक सहानुभूति लहर खड़ी हुई. बाइडेन को पहले से ही पार्टी कमजोर कैंडिडेट मान रही थी. लिहाजा, सबको लगा कि बाइडेन ऐसी परिस्थिति में डेमोक्रेटिक पार्टी को बुरी तरह हरा सकते हैं. इसलिए सबने उन पर उम्मीदवारी वापस लेने के लिए नए सिरे से दबाव डालना चालू किया.



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