नई दिल्ली. अब तो ये देखने वाली बात होगी कि जुओं में ज्यादा ताकत है या कोरोना वायरस में. कोरोना वायरस का काल बन कर आ रही है जुंओं का संहार करने वाली दवा अमेरिका से. यदि ऐसा वाकई संभव हो गया तो दुनिया भर में चीनी डेटॉल और अमेरिकन शैम्पू की मांग बढ़ जायेगी क्योंकि बालों के जुएं मारने में इनका कोई जवाब नहीं है.


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इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल प्रारंभ


इस कमाल की दवा के बारे में सबसे पहले जिसने जानकारी दी, उसका नाम तो सामने नहीं आ सका है लेकिन इस दवा पर कई चिकित्सकों और वैज्ञानिकों की सहमति बन गई है. इसके बाद देखते ही देखते मीडिया तक ये बात पहुंची और ये खबर फिर ग्लोबल हो गई कि अब जुएं मारने वाली दवा से मारा जाएगा कोरोना वायरस. दिलचस्प बात ये भी है कि अब अमेरिका में इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल भी शुरू हो गया है.


काफी समय से इस पर हो रही थी बात


जितनी हैरानी की बात ये है कि बालों के जुएं मारने की दवा कोरोना को मारने जा रही है उतनी ही हैरानी की बात ये भी है कि अमेरिका में कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए इस दवा को काफी समय से एक सही विकल्प मान कर इसकी चर्चा हो रही थी. लेकिन ऐसा था तो इस दवा के क्लीनिकल ट्रायल को शुरू करने में इतनी देर क्यों लगा दी गई, इसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है.



 


कुछ डॉक्टरों ने सुझाई थी ये दवा


इस दवा के बारे में कुछ डॉक्टरों ने अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग को बताया था. उन्होंने बताया कि जिस  तरह से ये दवा सिर के बालों में मौजूद जुओं की जान ले लेती है उसी तरह ये कोरोना वायरस के लिये भी जानलेवा साबित हो सकती है. शुरुआती सोच-विचार के बाद अमेरिकन चिकित्सा-वैज्ञानिकों को इस सुझाव में उम्मीद की रोशनी नजर आई औऱ फिर तुरंत ही इसके क्लीनिकल ट्रायल पर काम शुरू कर दिया गया.


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