Xi Jinping promise to Joe Biden: चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से कहा है कि बीजिंग आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में हस्तक्षेप करने से दूरी बनाए रखेगा. CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, शी जिनपिंग ने यह वादा तब किया था जब दोनों नेता नवंबर 2023 में मिले थे. यह आश्वासन पिछले सप्ताहांत में चीनी विदेश मंत्री द्वारा बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को दोहराया गया आश्वासन भी था.


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ये सब चर्चा इस बात पर जोर देती हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच संबंध कितने खराब हो गए हैं. यह आश्वासन यह भी दर्शाता है कि अमेरिकी अधिकारी 2016 के बाद भी विदेशी चुनाव में हस्तक्षेप को लेकर कितने सतर्क हैं, जब रूसी खुफिया एजेंसियों ने डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी को हैक कर लिया था और हिलेरी क्लिंटन के राष्ट्रपति अभियान को नुकसान पहुंचाने के लिए ईमेल जारी किए थे.


अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 से ईरानी, ​​क्यूबा और चीनी एजेंट अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश में सक्रिय हैं, हालांकि उनमें से कोई भी प्रयास उतना आक्रामक नहीं रहा है.


बता दें कि जैसे-जैसे अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव दोबारा डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच होने की उम्मीद है, इसे चीन भी बहुत करीब से देख रहा है. सबसे पहले, अभियान को लेकर ही चिंताएं हैं. वहीं, नवंबर में वोटिंग के नतीजे आएंगे. लेकिन कोई भी उम्मीदवार चीन के लिए विशेष रूप से कुछ बेहतर नजरिया नहीं रखता है.


चीन चिंतित
जो बाइडन ने चीन के साथ सहयोग के क्षेत्रों की तलाश की है, लेकिन बीजिंग चीन के खिलाफ गठबंधन में भारत-प्रशांत में सहयोगियों को एकजुट करने के उनके प्रयासों को लेकर चिंतित है. वह ताइवान के प्रति उनके दृष्टिकोण को लेकर भी चिंतित हुआ है क्योंकि उन्होंने बार-बार कहा है कि वह चीन के साथ संघर्ष में अमेरिकी सैनिकों से इसकी रक्षा करेंगे. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप, विदेश नीति में अपने दृष्टिकोण के साथ, ताइवान की रक्षा करने में अधिक भारी दिखते हैं. 


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