Digital Population Clock in Chandigarh: जनसंख्या अनुसंधान केंद्र (Population Research Center) पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने गुरुवार को पंजाब विश्वविद्यालय (Punjab University)  के यूएसओएल के पास एक जनसंख्या घड़ी (Digital Population Clock) का शुभारंभ किया है. 


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ये जनसंख्या घड़ी दोहरी जनसंख्या सांख्यिकी प्रदर्शन (dual population statistics display) वाली होगी यानी कि ये भारत की जनसंख्या के आंकड़ों के साथ-साथ चंडीगढ़ की जनसंख्या के आंकड़े भी प्रदर्शित करेगी. बता दें, आज इस डिजिटल जनसंख्या घड़ी का उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक यूटी चंडीगढ़ बनवारी लाल पुरोहित ने किया है.  इस दौरान उन्होंने जनसंख्या घड़ी की विशेषताओं और युवा पीढ़ी के लिए इसके लाभ पर बात कही. साथ ही महानिदेशक मीना ने भी जनसंख्या घड़ी को लेकर छात्राओं को बताया. 


वहीं, प्रोफेसर रेनू विग ने कहा कि जनसंख्या घड़ी की स्थापना इसलिए की गई है कि जनसंख्या वृद्धि के मुद्दों, छोटे परिवार के मानदंड की समस्याओं और गिरते लिंगानुपात पर जानकारी हो सके. इसके साथ ही उन्होंने इस उपलब्धि के लिए जनसंख्या अनुसंधान केंद्र को बधाई दी. 


इस कार्यक्रम के दौरान एडीजी और पूर्व सांसद सत्यपाल जैन, विश्वविद्यालय के अधिकारी, संकाय सदस्य, तमाम इससे जुड़े लोग और छात्र उपस्थित रहे. पीआरसी के निदेशक प्रोफेसर कुमूल ने बताया कि जनसंख्या घड़ी को भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित किया गया है और जनसंख्या की स्थापना की कुल लागत करीब 4 करोड़ की है. 


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जानकारी के लिए बता दें, डिजिटल जनसंख्या घड़ी एक आवश्यक जनसंख्या डेटा डिवाइस है जिसका उपयोग जन्म, मृत्यु और मैटरनिटी दर के बारे में क्षेत्र की वास्तविक समय की जनसंख्या का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है. वहीं, इसके पहले अब देश के विशाखापटम, धनबाद, लखनऊ, पुने, श्रीनगर, दिल्ली, बेंगलुरू, शिमला, पटना, वड़ोदरा, गांधीग्राम, तिरुवनंतपुरम, विजाग, उदयपुर और राजस्थान में है.