Fulveri Symptoms & causes/Poviet Kaur:  विटिलिगो और फुलवेरी एक प्रकार का त्वचा रोग है. फुलवेरी से संबंधित कई मिथक हैं, जैसे कि अगर आप दूध और मछली, मटन और दूध का सेवन करते हैं तो इससे विटिलिगो हो सकता है. विटिलिगो क्या है, इसके कारण क्या हैं, और इसके उपचार के विकल्प क्या हैं, इस पर विशेष बातचीत में डॉ. विक्रमजीत सिंह ढींगरा ने चर्चा की. 


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इस बातचीत में डॉ. विक्रमजीत सिंह ढींगरा ने स्पष्ट किया कि विटिलिगो एक त्वचा रोग है जिसमें त्वचा का रंग हल्का हो जाता है.  यह तब होता है जब त्वचा में मेलेनिन का उत्पादन करने वाली कोशिकाएं (मेलानोसाइट्स) नष्ट हो जाती हैं.  इसके कारण त्वचा के कुछ हिस्सों में सफेद धब्बे हो जाते हैं. विटिलिगो के कारणों को पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन इसे ऑटोइम्यून विकार माना जाता है, जहां शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है. 


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क्या है इसके कारण (Fulveri causes) 


विटिलिगो के होने का सटीक कारण को अभी तक पहचाना नहीं जा सका है, हालांकि यह आनुवांशिक एवं पर्यावरणीय कारकों के संयोजन का परिणाम प्रतीत होता है.


उपचार के विकल्पों में शामिल हैं (Fulveri Treatment)


1. मेडिकल ट्रीटमेंट: स्टेरॉयड क्रीम, इम्यूनोमॉड्युलेटर्स, और कैल्सीन्यूरिन इनहिबिटर्स का उपयोग करके विटिलिगो के धब्बों को कम किया जा सकता है. 


2. फोटोथेरेपी: UVB और PUVA थेरेपी का उपयोग किया जाता है ताकि त्वचा के रंग को बहाल किया जा सके।
3. सर्जिकल ऑप्शंस: त्वचा ग्राफ्टिंग और माइक्रोपिगमेंटेशन जैसी सर्जिकल प्रक्रियाओं का उपयोग किया जा सकता है।


4. होम रेमेडीज और लाइफस्टाइल चेंजेस: स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन, और धूप से बचाव से विटिलिगो की स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।


डॉ. ढींगरा ने यह भी जोर दिया कि विटिलिगो संक्रामक नहीं है और इसे उचित उपचार और देखभाल से नियंत्रित किया जा सकता है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे मिथकों पर विश्वास न करें और सही जानकारी प्राप्त करें. 


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विटिलिगो के लक्षण (Symptoms of Vitiligo)
विटिलिगो का एकमात्र लक्षण शरीर पर धब्बे पड़ना है. शुरुआत में हल्के पीले रंग के नजर आते हैं. त्वचा पर किसी भी तरह की जलन, दर्द, रूखापन या अन्य परेशानी नहीं होती है हालांकि, दाग वाले हिस्से पर खुजली होना सामान्य है.