Hamirpur News: बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं और अगर इन बच्चों की इन्नोवेटिव और साइंटिफिक सोच पर काम करके इन्हें मौका दिया जाए तो इससे समाज में कई तरह का परिवर्तन लाया जा सकता है. यह बात डीसी हेमराज बैरवा ने राष्ट्रीय प्रतियोगिकी संस्थान हमीरपुर में 31वें राज्य स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए कही. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा कि बच्चों में साइंटिफिक सोच होना बहुत जरूरी है. इससे उन्हें कई तरह के इन्नोवेटिव आईडियाज आते हैं, जिन पर काम करके कई तरह की समस्याओं को हल किया जा सकता है. 


IND vs SA T20I: भारत और दक्षिण अफ्रीका टी20 का तीसरा मैच आज, जानें पिच रिपोर्ट और मौसम
 
हमीरपुर में आयोजित की जा रही राज्य स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कॉन्फ्रेंस में प्रदेशभर से 600 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं. इस प्रतियोगिता के पहले चरण में प्रदेश भर से करीब 26,000 बच्चों ने हिस्सा लिया था. कॉन्फ्रेंस में बच्चों ने अपनी इनोवेटिव सोच को दर्शाते हुए यहां प्राकृतिक आपदा से निपटने में किन चीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके बारे में बताया.  
 
उपायुक्त हमीरपुर हेमराज बैरवा ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल के अवलोकन करने के बाद कहा कि प्रदेश के छात्रों के द्वारा वर्तमान समय में प्रदेश में हुई आपदा से संबंधित विभिन्न विषयों से संबंधित अपने मॉडल प्रस्तुत किए थे.  इसके अलावा नदियों में फैले प्रदूषण, रोड सेफ्टी के तरीके अपने इनोवेटिव मॉडल के जरिए बताए हैं. 


अपने आसपास की समस्याओं को देखकर बच्चे उनके हल को निकालने के लिए काम करते हैं. उन्होंने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस उन्हें काफी कुछ सीखा कर अपने इतिहास को आगे लाने का मौका देती है.  चार दिनों तक चलने वाली इस कांफ्रेंस में बच्चे तैयार किए गए मॉडल के जरिए नए संदेश दे रहे हैं. इसके बारे में लोगों को रूबरू करवाया जाएगा .