गोविंद सागर झील में क्रूज उतारने को लेकर रिश्वत लेने का लगा आरोप, BJP ने की CBI जांच की मांग
Bilaspur News: गोविंद सागर झील में क्रूज उतारने को लेकर रिश्वत लेने का आरोप मामला बढ़ते जा रहा है. साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गर्ग ने मंत्री राजेश धर्मानी द्वारा पूर्व भाजपा सरकार में बिना टेंडर के करोड़ों की सप्लाई के आरोपों पर पलटवार किया.
Bilaspur News: बिलासपुर के गोविंद सागर झील में क्रूज उतारने को लेकर रिश्वत लेने के आरोपों पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. गौरलतब है कि एमजी स्काई एडवेंचर कंपनी के सदस्य गौरव गर्ग द्वारा शिमला में प्रेसवार्ता कर बिलासपुर के एक अधिकारी के जरिए प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी को पैसे दिए जाने की बात कहने के बाद भाजपा के पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग उठाई थी.
जिस पर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने भी प्रेसवार्ता के जरिये सभी आरोपों को निराधार बताते हुए केंद्र सरकार व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के समक्ष सीबीआई से जांच करवाने की अपील करने की. इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी ने प्रदेश में पूर्व भाजपा सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहते हुए राजेंद्र गर्ग के कार्यकाल में बिना टेंडर के ही करोड़ों की सप्लाई का आरोप भी लगाया था.
जिन आरोपों पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने प्रेसवार्ता कर पलटवार किया है. वहीं राजेंद्र गर्ग कहना है कि एमजी स्काई एडवेंचर के सदस्य गौरव गर्ग ने शिमला में प्रेसवार्ता के दौरान जो आरोप लगाए थे उनके आधार पर सीबीआई जांच की मांग उन्होंने की थी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई व किसी अन्य एजेंसी से जांच की करवाना प्रदेश सरकार के हाथ में है और जब प्रदेश सरकार संबंधित एजेंसी से जांच की मांग करती है तभी एजेंसी जांच करती है, जिस बात की जानकारी उन्हें होनी चाहिए.
मंत्री राजेश धर्मानी द्वारा पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में बिना टेंडर के करोड़ों की सप्लाई के आरोप पर राजेंद्र गर्ग ने कहा कि एक तरफ राजेश धर्मानी टेंडर करवाना किसी मंत्री के हाथ में ना होने की बात कहते हैं और दूसरी तरफ उनके कार्यकाल पर बिना टेंडर के करोड़ों की सप्लाई की बात कहते हैं, जो कि सरासर गलत है और पूर्व भाजपा सरकार में सप्लाई घोटाला हुआ है तो दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर भी वर्तमान कांग्रेस सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं कि है इसका जबाव मंत्री राजेश धर्मानी को देना चाहिए.
साथ ही राजेंद्र गर्ग का कहना है कि कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी को लगता है कि ऐसा कोई सप्लाई घोटाला हुआ है, तो उसकी जांच करवाएं ना कि हवा में बाते ना करें. इसके साथ ही उन्होंने क्रूज रिश्वत आरोप मामले कि सीबीआई से जांच करवाने की प्रदेश सरकार से एक बार फिर से मांग करते हुए दूध का दूध और पानी का पानी होने की बात कही है.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर