Bilaspur News: बिलासपुर जिला के गांव मंगरोट में एक परिवार द्वारा अपनी मालकियत जमीन बताकर शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही कब्जा कर लिया है. इस परिवार द्वारा यह कब्जा पहली मर्तबा नहीं किया गया है बल्कि इससे पहले भी कईं बार परिवार के सदस्यों द्वारा कभी खोखा लगाकर तो कभी झाडियां व पत्थर रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कब्जा किया गया था. 


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जिसके बाद प्रशासन द्वारा निशानदेही करवाये जाने के आश्वासन के बाद परिवार के सदस्यों ने अपना कब्जा हटा लिया था मगर अब एक बार फिर परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर चारपाई रखकर अपना कब्जा किया है. जिससे वाहनों को आने- जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. 


वहीं, परिवार की मुखिया सीता शर्मा का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर उनकी मालकियत जमीन है. जिसपर पीडब्लूडी विभाग द्वारा कब्जा कर सड़क बनाई गई थी और अब उनकी जमीन वापस नहीं कि जा रही है. जबकि वह चाहते है कि प्रशासन द्वारा जमीन की निशानदेही होने के बाद उनके हिस्से में आई 08 बिस्वा जमीन को लेकर उन्हें विभाग कब्जा दे या फिर किसी अन्य जगह पर भूमि उपलब्ध करवाए. 


साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर जिला प्रशासन व पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों के साथ कईं बार वार्ता हुई है. मगर हर बार केवल आश्वासन ही उनके हाथ लगा है जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है और अपनी मालकियत जमीन पर एक दिन के लिए चारपाई लगाकर प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की है. 


आपको बता दें, कि शिमला-धर्मशाला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गांव मंगरोट के रहने वाला सीता शर्मा के परिवार द्वारा शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अपनी मलकियत जमीन होने का दावा पहले भी किया गया था. जिसको लेकर परिवार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही खोखा लगाया गया था. जिसके बाद जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा यह खोखा हटाया गया था और इस विषय पर बैठक कर निशानदेही के आश्वासन के बाद अधिकारियों द्वारा निशानदेही भी करवाई गई थी.


जिसमें सीता शर्मा के नाम पर जमीन निकली थी मगर जमीन वापिस देने व अन्य स्थान पर जमीन उपलब्ध करवाने की मांग पर विभाग द्वारा टालमटोल किये जाने पर परिवार के सदस्यों ने 03 अगस्त 2023 को राष्ट्रीय राजमार्ग पर कब्जा कर झाडियां व पत्थर रखे थे, जिसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारी हरकत में आये और परिवार की मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था.


लेकिन एक महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी जब कोई ठोस निर्णय नहीं आया तो परिवार के सदस्य राजनकान्त ने एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से इस बात की शिकायत दर्ज करवाई थी.


जिसके बाद सरकार, प्रशासन व पीडब्ल्यूडी अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई ना किये जाने पर अब सीता शर्मा ने शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चारपाई रखकर सांकेतिक कब्जा कर लिया था और आने वाले समय में सम्बंधित विभाग व जिला प्रशासन द्वारा उचित कदम ना उठाये जाने पर दोबारा शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अपना कब्जा करने की बात कही हैं.