विपन कुमार/धर्मशाला: पूरे उत्तर भारत की तरह इन दिनों हिमाचल प्रदेश में भी गर्मी का सितम जारी है. यहां भी तपती गर्मी ने लोगों को परेशान किया हुआ है. इस चिलचिलाती गर्मी के बीच अब यहां की सियासत भी गरमाने लगी है. देहरा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ. राजेश शर्मा की टिकट काट कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी को चुनावी मैदान में उतारने के बाद कांग्रेस में सियासी घमासान शुरू हो गया है. डॉ. राजेश शर्मा की टिकट के बाद वह टेंशन में आ गए है. बीते दिन वह रोते दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि अगर मुझे हार्ट अटैक आया या फिर मेरे बच्चों को कुछ भी हुआ तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे. 


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बुधवार को समर्थकों की मीटिंग में डॉ. राजेश शर्मा ने रोते हुए कहा कि सीएम सुक्खू ने 9 घंटे तक उन्हें ओक-ओवर (शिमला में CM का सरकारी निवास) में किडनैप करके रखा. उन्होंने कहा कि सीएम और दूसरे कांग्रेस नेता उन्हें धमकी दे रहे हैं कि उनका कारोबार बंद कर देंगे. उन्होंने कहा कि अगर पुणे में उनके बच्चों की मौत होती है या फिर उनकी हार्ट अटैक से मौत होती है तो उसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री सुक्खू होंगे. 


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बता दें, समर्थकों के साथ मीटिंग के बाद डॉ. राजेश शर्मा को चक्कर आ गया. इसके बाद समर्थक उन्हें सिविल अस्पताल देहरा ले गए. ऐसे में आज भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह, त्रिलोक जामवाल और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार राजेश शर्मा का हाल जानने के लिए देहरा अस्पताल में गए. यहां पहुंचकर विपिन सिंह परमार ने राजेश शर्मा का हौंसला बढ़ाया और कहा कि आप जल्द ही स्वास्थ्य हो जाएंगे. 


उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मुखिया ने राजेश शर्मा को प्रताड़ित किया है. जब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का ही ऐसा हाल सरकार कर रही है तो जनता का हाल क्या करेगी यह सोचने वाली बात है. डॉक्टर राजेश शर्मा से इस मुलाकात के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि डॉक्टर राजेश शर्मा बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.   


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