ऊना में BJP विधायक सतपाल सती ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर उठाए सवाल, जातिवाद को बढ़ावा देने की कही बात
Una News: भाजपा विधायक सतपाल सती ने ऊना में कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर कई सारे सवाल खड़े किए. पढ़ें पूरी खबर..
Una BJP: भाजपा विधायक सतपाल सती ने ऊना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो को लेकर सवाल खड़े किए है. सत्ती ने कहा है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र बांटो और राज करो कि राजनीति दर्शाता है. उन्होंने कहा विभाजनकारी विचारधारा का पर्दाफाश जनता के सामने किया है. जातिवाद को बढ़ावा देने की बात इसमें की है. बहुसंख्यक और अल्पसंख्यकों के बीच दूरी पैदा करने की कोशिश की है.
देश में काम करने वाले लोगों को डराने धमकाने की कोशिश इस घोषणा पत्र में कही गई है, जिन लोगों ने देश के विकास में अहम योगदान दिया है. उन्होंने अपने पैरों पर खड़े होकर टैक्स देकर इस देश में आगे बढ़े हैं. ऐसे लोगो को इस मेनिफेस्टो में कांग्रेस पार्टी द्वारा सत्ता में आने पर कार्रवाई करने की बात कही गई है.
यह मेनिफेस्टो समाज को बांटने का काम करता है. कांग्रेस सरकार में पूर्व प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बयान भी आप सभी ने सुना होगा. उन्होंने कहा था कि इस देश की संपत्ति के ऊपर सबसे पहला अधिकार मुसलमानों का है. आप सब इनकी विचारधारा से अवगत हैं. यह बयान देश की जनता को भी अच्छा नहीं लगा.
सत्ती ने कहा जिस पार्टी ने 356 आर्टिकल का दुरुपयोग कर विपक्षी पार्टियों की सरकारों को तोड़ा. वह आज देश में तानाशाही चलाने की बात देश के रैलियों में कर रहे हैं. यह देश संविधान के तहत चल रहा है. जबकि कांग्रेस के नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि यह चुनाव अगर बीजेपी जीत जाती है तो तानाशाही आ जाएगी.
कांग्रेस यह बताए की 75 वर्षों से परिवारवाद, आतंकवाद, नक्सलवाद को बढ़ावा दिया, जिस कांग्रेस पार्टी के नेता आतंकबाद, नक्सलवाद के हकों की बात करते हैं. वह नेता किस मुंह से आज इस देश के अंदर लोकतंत्र की बात की दुहाई दे रहे हैं. आज भाजपा पूरे देश में मात्र एक पार्टी है, जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक जिसके एमपी हैं.
बीजेपी सर्व समाज के विकास की बात करती है, लेकिन कांग्रेस के मेनिफेस्टो में समाज के अंदर उच्च-नीच छोटे बड़े और धर्म का दुष्प्रचार किया गया है, जिसकी वह कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जिस प्रकार पहले की तरह समांतर विकास किया है. उसी प्रकार आगे भी सरकार बनने पर समांतर विकास किया जाएगा.
रिपोर्ट- राकेश मालही, ऊना