धर्मशाला में नवदीप के हत्यारों को मिले कड़ी सजा, मृतक के भाइयों ने ढाबा बंद करने की उठाई मांग
Dharamshala Crime News: नवदीप के हत्यारों को कड़ी सजा मिले. मृतक के भाइयों ने ढाबा बंद करने की भी मांग उठाई है. कहा- इस घटना के बाद पूरा हिमाचल शर्मसार हुआ.
Dharamshala News: भागसूनाग में हुई फगवाड़ा के युवक की हत्या के मामले में मृतक के दोस्त हरमन ने बताया कि वे वीरवार रात दो बजे धर्मशाला पहुंचे थे और सुबह दस होटल से निकले व भागसूनाग में एक ढाबे पर गए.
उन्होंने बताया कि ढाबे पर पहुंचते ही कर्मचारी ने कहा कि यहां शराब पीना मना है. मृतक के दोस्त ने बताया कि हमने कहा कि हम शराब पीने नहीं आए हैं. अंदर जाकर हमने ऑर्डर दे दिया. इसके बाद भी ढाबा कर्मचारी शराब न पीने की बात कहने लगा हमने फिर कहा कि शराब पीने नहीं आए हैं. इसके बाद ढाबा कर्मचारी ने कहा कि यहां से चले जाओ जिस पर हम बाहर आ गए. सबसे पीछे मेरा भाई नवदीप था, जिसे पीछे से कर्मचारी ने धक्का दे दिया इस पर नवदीप ने कहा कि धक्का क्यों दे रहे हो. इसी बीच आसपास के 20-25 ढाबे वाले और टैक्सी वाले एकत्रित हो गए, हम चारों को 4-4 लोग मारने लगे जब हमने देखा कि नवदीप गिरा हुआ है और बेसुध है. इतनी ही देर में सभी वहां से भाग गए जो सोचकर आए थे.
सब कुछ उसके विपरीत ही हुआ इस घटना से पर्यटक यहां आने से गुरेज करेंगे. एक जगह की वजह से पूरे हिमाचल का नाम खराब होगा. मृतक नवदीप की दो साल पहले शादी हुई थी और एक साल का उसका बेटा है. जब भागसूनाग में ढाबे के बाहर काफी लोग इकट्ठा हो ,गए तो हम सब खुद को बचा रहे थे. नवदीप जब नीचे गिर गया था, तब भी कुछ लोग उसे लातें मार रहे थे. हमारे पास शराब की बोतल तक नहीं थी, इसके बावजूद हमें बार-बार यही कहा गया कि यहां शराब नहीं पीनी है. हो सकता है कि ढाबा कर्मचारी पहले से किसी बात पर गुस्सा हो, जिसने सारा गुस्सा हम पर निकाल दिया.
मृतक नवदीप सिंह के लड़के मंजोत सिंह ने कहा कि मेरा भाई नवदीप सिंह शराब पीता ही नहीं था. ढाबे पर खाने के लिए गए, तो बार-बार यही कहा गया कि यहां शराब नहीं पीनी है, जिसके चलते नवदीप सिंह व उसके साथ ऑर्डर कैंसिल करके वहां से जाने लगे तो पीछे से नवदीप को धक्का दे दिया, जिसपर उनकी लड़ाई हो गई.
मंजोत के साथ सिमर ने कहा कि जब ढाबा कर्मचारी उन्हें बार-बार यह कह रहा था कि यहां शराब नहीं पीनी है तो नवदीप व उसके साथियों ने यही बात कही कि सुबह के 10 बजे कौन पीता है और सबसे बड़ी बात की नवदीप शराब पीता ही नहीं था, सिमर ने बताया कि बार-बार शराब न पीने की बात कहने वाला कर्मचारी दूसरी बार ऑर्डर लेने के बाद फिर वापिस आया और बोला कि तुम बोल भाग जाओ यहां से. हम आपको ऑर्डर नहीं देंगे, जिसपर नवदीप सिंह व अन्यों ने कहा कि हम जा रहे हैं और यहां खाना नहीं खाएंगे.
ढाबा के लोगों के बाहर आने पर लड़ाई-झगड़ा हुआ और नवदीप को देखा तो वो हिल नहीं रहा था, इस पर मारपीट करने वाले वहां से भाग गए जब नवदीप को टेबल पर रखा था, तो भी वह हिल नहीं रहा था. इसी बीच एक महिला पुलिस अधिकारी आईं और उन्होंने बोला कि इसे अस्पताल ले जाओ. अभी यह बच्चा बच सकता है. सिमर ने कहा कि प्रशासन पर न जाने कौन सा प्रेशर है कि वीडियो जो कि सोशल मीडिया पर थी, वो भी डिलीट हो रही हैं.
सिमर सिंह ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि कल पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस मामले में 6 लोग डिटेन किए गए हैं, जबकि आज देखा तो 5 ही लोग थे, ऐसे में एक व्यक्ति कहां चला गया एक बीडीसी मेंबर यहां आए थे. उन्होंने कहा कि ढाबे वाले का बेटा बाहर घूम रहा है. रात को 8 बजे के बाद नवदीप के साथियों को अलग-अलग नंबर से कॉल की जा रही थी कि कभी मैक्लोडगंज थाना आओ, कभी कहा कि धर्मशाला थाना आओ सिमर ने कहा कि रात को जब हम यहां पहुंचे तो थाने के असपास टैक्सियां लगी हुई थी तथा लोग ग्रुप में खड़े हुए थे.
शुक्रवार को जब पुलिस थाना में जाकर वेरिफाई किया गया तो पता चला कि एसएचओ के माध्यम से कॉल इसलिए की गई थी कि कागजी कार्रवाई जल्दी हो जाए, बाकी नंबर जिनसे नवदीप के साथियों को कॉल की गई थी, वो नंबर पुलिस के नहीं थे. उन्होंने कहा कि ढाबा बंद होना चाहिए तथा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए मनाली में जो पहले होता था वो अब धर्मशाला में भी होना शुरू हो गया.
बता दें, मैक्लोडगंज के भासगूनाग में वीरवार को ढाबे में हुए झगड़े में पंजाब के युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिन्हें शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 26 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. मामले के संबंध में एएसपी हितेश लखनाल ने कहा कि इस घटना में शराब पीने को लेकर अभी कोई तथ्य सामने नहीं आया है. वहीं पुलिस इस मामले में घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है.
रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला