धर्मशाला विधानसभा सीट पर जनता ने BJP-कांग्रेस दोनों का दिया है साथ, क्या इसबार AAP चला पाएगी झाडू?
Himachal Pradesh Vidhansabha Election 2022: धर्मशाला विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेश की काफी महत्वपूर्ण सीट है. इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के उम्मीदवारों को जीत मिलती रही है. वर्तमान में यह सीट भाजपा के हाथ में है. साल 2017 में यहां विधानसभा के चुनाव हुए थे. इसमें कुल 74, 863 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था.
Himachal Pradesh Vidhansabha Election 2022: साल के आखिरी में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा (Himachal Chunav) के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां धीरे-धीरे तेज हो गई हैं. सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारियों में पूरे जोर-शोर के साथ जुट चुकी है. फिलहाल तो प्रदेश में अब तक कांग्रेस और बीजेपी का ही कब्जा रहा है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में उतर गई है. राजधानी दिल्ली और पंजाब में जीत हासिल करने के बाद अब आम आदमी पार्टी हिमाचल में भी जीत का परचम लहराने की कोशिश कर रही है.
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विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में अब बड़े-बड़े नेताओं का आना-जाना शुरू हो चुका है. एक तरफ जहां पार्टी कार्यकर्ता भी हर दिन रैली और लोगों के घर जाकर अपनी बात रख रहे हैं. वहीं दूसरी ओर नेताओं का एक पार्टी छोड़ दूसरी पार्टी में जानें का काम भी लगातार जारी है. ऐसे में हम आपको हम हर दिन प्रदेश की एक-एक विधानसभा सीट का हर अपडेट और राजनीतिक समीकरण बता रहे हैं. आज के इस खबर में हम आपको बताएंगे कांगड़ा जिले की धर्मशाला विधानसभा सीट (Dharamshala Vidhansabha Seat) के बारे में.
धर्मशाला विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेश की काफी महत्वपूर्ण सीट है. इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के उम्मीदवारों को जीत मिलती रही है. वर्तमान में यह सीट भाजपा के हाथ में है. साल 2017 में यहां विधानसभा के चुनाव हुए थे. इसमें कुल 74, 863 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. जिनमें 36, 320 पुरुष और 36,543 महिलाओं ने वोट दिया था.
पिछले चुनाव में कुल 12 लोगों में इस सीट से मुकाबला हुआ था, जिसमें बीजेपी के किशन कपूर को 26, 050 और सुधीर शर्मा को 23,053 वोट मिले थे. ऐसे में 2, 997 वोटों की बढ़त के साथ किशन कूपर ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. बता दें, कांगड़ा जिल में जातीय समीकरण हमेशा से ही ओबीसी का रहा है. चुनावों में जीत हार का फैसला भी ओबीसी समुदाय के हाथों में ही रहता है.
कुल मतदाता
बात अगर धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की करें, तो यहां कुल 80,309 वोटर्स हैं, जिनमें 40,314 पुरुष और 39,995 महिलाएं शामिल हैं. धर्मशाला सीट पर कुल 84 पोलिंग बूथ हैं, जिनमें से 2 अति संवेदनशील और 70 आम पोलिंग बूथ हैं.
जनता के मुद्दे
यहां बात अगर जनता के अहम मुद्दे की करें, तो हर चुनाव में धर्मशाला में पार्किंग की समस्या हमेशा से रहती है. वहीं, धर्मशाला की डंपिंग साइट को शिफ्ट करने की भी लंबे समय से मांग उठाई गई है. इसके साथ ही यहां की सड़कें काफी पतली हैं, जिसके कारण लोगों को हमेशा ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. जनता का कहना है कि सत्ता में कोई भी सरकार हो भाजपा हो या फिर कांग्रेस दोनों पार्टियों ने सिर्फ आश्र्वासन और घोषणाएं ही की हैं. हकीकत में कोई भी पार्टी हर काम को पूरा करके नहीं दिखा पाई है.
हालांकि, किशन कपूर विधायकी छोड़ बाद में सांसद का चुनाव लड़े और यहां से सांसद बन गए. ऐसे में उपचुनाव के दौरान इस सीट से विशाल नेहरिया ने जीत हासिल की और वह धर्मशाला के विधायक बने. आगामी चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान केवल घोषणाएं करती रही है, लेकिन भाजपा ने धरातल पर जाकर योजनाओं को पूरा किया है.
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