Hamirpur News: हमीरपुर और सुजानपुर में स्कूली बच्चों के बीच होने जा रहा खास कॉम्पिटीशन
Himachal Pradesh News: हमीरपुर और सुजानपुर में स्कूली बच्चों के लिए एक खास प्रतियोगिता रखी जा रही है. यह प्रतियोगिता फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से कराई जा रही है, जिसमें स्कूली बच्चों में हेल्दी फूड की आदतों का विकास किया जाएगा.
अरविंदर सिंह/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में बच्चों को स्कूली स्तर पर अच्छे खानपान को लेकर प्रेरित किया जाएगा. इसके लिए फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जिला के सभी स्कूलों का पंजीकरण करवाया है. ईट राइट के तहत स्कूलों का रजिस्ट्रेशन करवाया गया है. स्कूल के टीचर या पेरेंट्स को एंबेसडर बनाया गया है.
बच्चों में हेल्दी फूड की आदतों का विकास करने के लिए एंबेसडर्ज की मदद ली जाएगी. एफएसएसएआई की तरफ से स्कूलों में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसके तहत स्कूली छात्रों को अच्छे खानपान के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों को सेहत के प्रति जागरूक किया जा रहा है. खाद्य सुरक्षा विभाग ने पांच-पांच स्कूलों के दो कलस्टर भी बनाए हैं. स्कूलों के ये कलस्टर हमीरपुर और सुजानपुर में बनाए गए हैं.
ये भी पढ़ें- Asian Games: शिलाई की बेटी की कप्तानी में महिला कबड्डी टीम ने जीता सोना
अक्टूबर यानी इस महीने हमीरपुर में पांच स्कूलों का कॉम्पिटीशन होगा. बेहतर खानपान पर आधारित इस कॉम्पिटीशन की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें ईट राइट स्कूल पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा, जिनकी एक्टिविटीज सबसे अच्छी होंगी उन्हें एफएसएसएआई की तरफ से सम्मानित भी किया जाएगा. ईट राइट का उद्देश्य है कि बच्चों को सही खानपान की तरफ प्रेरित किया जाए.
वहीं, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग हमीरपुर अनिल शर्मा ने कहा कि हमीरपुर जिला में पांच-पांच स्कूलों के दो कलस्टर बनाए गए हैं. इस महीने 9 अक्टूबर को एफएसएसएआई की तरफ से पांच स्कूलों की प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जा रहा है. स्कूलों में किसी अध्यापक या बच्चों के अभिभावक को एंबेसडर बनाया गया है.
ये भी पढ़ें- इस साल त्योहारों पर चंडीगढ़ में नहीं बिकेंगे फ्यूल बेस्ड टू-व्हीलर्स, जानें क्यों
उन्होंने कहा कि छात्रों की एक्टिवीटीज को ईट राइट स्कूल पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा. प्रतियोगिता में जीतने रहने वाले बच्चों को एफएसएसएआई की ओर से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विभाग की एक येलो बुक है, जिसमें विस्तार से बताया गया कि कौन सी खाद्य सामग्री के इस्तेमाल से क्या फायदा होता है, इस बुक को भी वितरित किया जाएगा.