Bilaspur News: देवभूमि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में हर वर्ष की भांति इस बार भी नववर्ष मेले का शुभारंभ हो गया. गौरतलब है कि 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक चलने वाले इस मेले के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली सहित देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के माता रानी के दरबार में पहुंचने की उम्मीद है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व मंदिर न्यास द्वारा अपनी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. 


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एक ओर जहां नववर्ष मेले के दौरान मंदिर परिसर में कड़ाह प्रसाद व नारियल लाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है तो साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर 400 से अधिक पुलिसकर्मी, होमगार्ड के जवान, एक्स सर्विसमैन व वॉलंटियर्स की तैनाती की गई है. 


बता दें, कि कोलावाला टोबा से नैनादेवी मंदिर परिसर को 9 सेक्टर्स में बांटा गया है, जहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस व होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही एक्स सर्विसमैन व वोलेंटियर्स द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा और श्रद्धालुओं को मां नैनादेवी के दर्शन करने में कोई असुविधा ना हो इसके लिए लाइनों में लगकर ही श्रद्धालु मां नैनादेवी के दर्शन कर सकेंगे.


नववर्ष मेले के दौरान मंदिर परिसर को रंग बिरंगे फूलों व लाइटों से सजाने के कार्य पंजाब के खन्ना के कारीगरों द्वारा बखूबी किया जा रहा है. वहीं सुबह की आरती के साथ ही नववर्ष मेले का आज से शुभारंभ हो गया है और मेले के पहले ही दिन काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचना शुरू हो गए हैं. 


इसके साथ ही साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर व नववर्ष के पहले दिन 1 जनवरी को देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां नैनादेवी के दरबार में पहुंचकर माता रानी के आशीर्वाद के साथ ही नए साल का आगाज करेंगे. वहीं सुरक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए डीएसपी नैनादेवी व मेला पुलिस अधिकारी विक्रांत ने कहा कि नववर्ष मेले के दौरान यातायात व्यवस्था दुरुस्त कर ली गयी है, जिसके मद्देनजर यात्रियों को लेकर आने वाले बड़े वाहनों को कोलावाला टोबा में ही रोक दिया जाएगा.


जबकि छोटे वाहनों को पार्किंग स्थल तक आने की सुविधा रहेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर जगह-जगह पुलिसकर्मी व होम गार्ड के जवान तैनात रहेंगे ताकि किसी तरह की कोई असामाजिक गतिविधि पेश ना हो सके और सुरक्षित ढंग से यात्री माता रानी के दर्शन कर अपने घरों को लौट सके.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर