Himachal Pradesh: कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर को राजनीति से ले लें सन्यास- BJP मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा
Himachal Pradesh News: हिमाचल बीजेपी के मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने हिमाचल में आई बाढ़ को लेकर कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर और सुंदर सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता कॉल सिंह को राजनीतिक से सन्यास ले लेना चाहिए.
संदीप सिंह/शिमला: हिमाचल प्रदेश के बीजेपी मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कांग्रेस नेता सुंदर सिंह और कौल सिंह ठाकुर पर जमकर निशाना साधा है. कर्ण नंदा ने कहा कि नेता सुंदर सिंह और कौल सिंह ठाकुर को सोच-समझकर बयानबाजी करनी चाहिए, उन्होंने जिस तरह नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के ऊपर टिप्पणी की है वह निंदनीय है, जो व्यक्ति आपदा के समय जन सेवा के कार्य में दिन-रात लगा है उसके ऊपर इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप करना अशोभनीय है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कांग्रेस नेता कॉल सिंह ठाकुर वरिष्ठ तो हैं ही, लेकिन अब उन्हें राजनीति से संयास ले लेना चाहिए.
इस आपदा की घड़ी में राजनीति कौन कर रहा है वह जगजाहिर है. कांग्रेस नेताओं को समझाने की आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस नेता लगातार भाजपा के ऊपर टिप्पणियां करके जनता का ध्यान भटकने की कोशिश करते हैं.
ये भी पढ़ें- Chandigarh News: रोज़ाना 3-4 लड़कियां हो रही गायब, देखे चंडीगढ़ के हैरान करने वाले आंकड़े
कर्ण नंदा ने कहा कि पहले दिन से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश संगठन, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और समस्त नेताओं के नेतृत्व में नेता कार्यकर्ता धरातल पर जाकर सेवा कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आपदा को लेकर 361 करोड रुपये की राशि हिमाचल प्रदेश को दे चुकी है जो कांग्रेस सरकार को दिखता ही नहीं है. इनके नेता और उनके परिजन घर-घर जाकर राहत राशि बांटकर मात्र इसका श्रेय लेना चाहते हैं.
कर्ण नंदा ने कहा कि कांग्रेस शायद भूल गई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र मंत्री अमित शाह, केंद्र मंत्री अनुराग ठाकुर और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने फोन करके मुख्यमंत्री से प्रदेश में बाड़ के नुकसान के बारे में जानकारी ली थी. यहां तक कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने खुद मंडी और कुल्लू के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था.
ये भी पढ़ें- Himachal News: श्री नैनादेवी दर्शन करने आए श्रद्धालु की पार्किंग कर्मचारी से हुई लड़ाई! यात्रियों ने किया हंगामा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता आपसी अंतरकलह से परेशान हैं और इसी का एक यह बड़ा उदाहरण है कि इनके नेता बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं. इनके नेताओं में समन्वय की कमी है. मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक सब की भाषा अलग-अलग है. इस भाषा को समझना जनता के बस की बात नहीं है. इसकी वजह से जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के नेताओं से विनती करेंगे, कि वे जब भी जनता की सामने आए तो तथ्यों के साथ आएं, तथ्यहीन बयानबाजी करके जनता को गुमराह करने की आवश्यकता नहीं है.
WATCH LIVE TV