Chamba News: भरमौर स्थित चौरासी मंदिर परिसर देश दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर परिसर है, जिनके दर्शन मात्र से 84,000 योनियों के चक्कर से छुटकारा मिलता है. महाशिवरात्रि पर्व पर तो चौरासी परिसर भरमौर में कुछ ऐसा घटनाक्रम घटता है कि भगवान शिव के साक्षात दर्शन की अनुमति शिव भक्तों को होती है और जो भी सच्चे मन से इस दौरान उनकी भक्ति करते हैं उनकी हर इच्छा पूर्ण होती है. 


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चौरासी परिसर भरमौर में चौरासी मंदिरों का समूह है. यहां पर कुछ छोटे चिन्ह के रूप में तो कुछ बड़े मंदिर है. परिसर के भीतर मणिमहेश, नरसिंह भगवान, लखनामाता, गणेश, कार्तिक, शीतला माता, धर्मराज, सूर्यलिंग और ज्योर्तिलिंग सहित अन्य कई ऐसे मंदिर है, जिनकी एक झलक मात्र से जीवन धन्य हो जाता है. 


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कहते हैं जीते जी भले ही यहां इंसान न पहुंचे लेकिन मरने के बाद इंसान को अपने कर्मों का हिसाब किताब यहीं पर ही आकर देना पड़ता है. मृत्यु के उपरांत आत्मा को अपना लेखा-जोखा देने के लिए चौरासी परिसर स्थित धर्म राज मंदिर के प्रांगण में हाजिरी भरनी पड़ती है. मंदिर के पुजारी पंडित लक्ष्मण दत्त शर्मा कहते हैं कि अच्छे कर्म किए तो अच्छा फल, बुरे कर्म हों तो उन्हें 84,000 योनियों के चक्कर काटने पड़ते हैं. बहरहाल इंसान को जीते जी ही चौरासी परिसर भरमौर स्थित चौरासी मंदिरों के दर्शन करके 
84,000 योनियों के चक्कर से छुटकारा पा लेना चाहिए.


रिपोर्ट- सोमी प्रकाश भुव्वेटा, चंबा