Bilaspur के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के साथ हुई मारपीट को भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने निराधार दिया करार
Himachal Pradesh News: बिलासपुर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के साथ मारपीट मामले को लेकर बिलासपुर से भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने इस आरोप को निराधार ठहराया है. उन्होंने कहा कि रेलवे निर्माण में लगी कंपनी के कार्यालय में बंबर ठाकुर की कुछ ठेकेदारों के साथ लड़ाई हुई थी, लेकिन बंबर ठाकुर इसका राजनीतिकरण कर बीजेपी पर बेबुनियादी आरोप लगा रहे हैं.
विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर से पूर्व विधायक व हिमाचल कांग्रेस महासचिव बंबर ठाकुर के साथ रेलवे निर्माण कंपनी के कार्यालय में कुछ लोगों द्वारा मारपीट के मामले में जहां बंबर ठाकुर ने विधायक त्रिलोक जमवाल द्वारा संरक्षित लोगों द्वारा उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था, वहीं बिलासपुर से भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने इस आरोप को निराधार करार दिया है.
गौरतलब है कि 23 फरवरी को भानुपल्ली-बिलासपुर रेलवे लाइन निर्माण कंपनी के कार्यालय में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर की कुछ लोगों के साथ हुई कहासुनी के बाद उनके साथ मार पिटाई हुई थी, जिसमें उन्हें काफी चोटें भी आई थीं, जिसके बाद से वह अभी भी जिला अस्पताल बिलासपुर में एडमिट हैं.
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वहीं पूर्व विधायक द्वारा बिलासपुर से विधायक त्रिलोक जमवाल के समर्थन में आए लोगों द्वारा उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बिलासपुर में भाजपा नेताओं का पुतला भी जलाया गया था. इस घटना के बाद रविवार को बिलासपुर से भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने जिला भाजपा कार्यालय में एक प्रेसवार्ता कर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के आरोपों को निराधार बताया है. इस प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्याक्ष स्वतंत्र संख्यान सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
वहीं विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि रेलवे निर्माण में लगी कंपनी के कार्यालय में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के साथ कुछ ठेकेदारों की लड़ाई हुई थी, लेकिन बंबर ठाकुर इसका राजनीतिकरण कर भाजपा पर बेबुनियादी आरोप लगा रहे हैं. साथ ही त्रिलोक जमवाल ने कहा कि बंबर ठाकुर द्वारा प्रदेश सरकार की आड़ में पीडब्ल्यूडी, जलशक्ति विभाग, बिजली बोर्ड और रेलवे निर्माण कंपनी में ठेकेदारी के नाम पर जमकर लूट कर रहे हैं और अधिकारियों पर सरकार को हिस्सा देने का दबाव बनाते हैं.
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उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के नाम पर कई मुकदमे भी दर्ज हैं. उन पर कई अधिकारियों को धमकाने के भी आरोप लगे हैं. ऐसे में ठेकेदारी को लेकर हुए विवाद का ठीकरा भाजपा नेताओं पर डालना सरासर गलत है. विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि सोमवार यानी कल विधानसभा सत्र के दौरान वह यह मुद्दा सदन में उठाएंगे कि आखिरकार पूर्व विधायक द्वारा ठेकेदारी के नाम पर सरकार को कितनी हिस्सेदारी दी गई है.
इसके साथ ही विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिलासपुर में कई बड़े प्रोजेक्ट लाए गए हैं, जिसमें मुख्य रूप से कोठीपुरा में एम्स अस्पताल, बंदला में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, फोरलेन मार्ग और रेलवे प्रोजेक्ट शामिल है, लेकिन पूर्व विधायक बंबर ठाकुर द्वारा पहले फोरलेन और अब रेलवे प्रोजेक्ट को ठेकेदारी के नाम पर प्रभावित करने का कम किया जा रहा है और केवल अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है, जिसे किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा.
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बता दें, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के साथ मारपीट के मामले में बिलासपुर पुलिस ने भारतीय दंड सहिता की धारा 307 हत्या की कोशिश में 07 लोगों को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय बिलासपुर में पेश किया था जहां से उन्हें चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
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