सोमी प्रकाश भुव्वेटा/चंबा: पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने पांगी प्रवास के दौरान पांगी घाटी में बरसात के कारण हुए नुकसान का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त हुए खेत खलिहान, डंगों के निर्माण और रास्तों की पुनः बहाली के लिए एक लाख तक की राशि का सरकार द्वारा मनरेगा के तहत प्रावधान किया गया है. उन्होंने पुस्तकालय भवन किलाड़ में पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की. बैठक में पंचायती राज मंत्री को पंचायत प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव और अपने क्षेत्र में चल रहे कार्यों की जानकारी और समस्याओं से अवगत करवाया.


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सीमेंट उपलब्ध न होने की स्थिति में बाजार से खरीदने की कही बात   
उन्होंने कहा कि मनरेगा कार्य में नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा सीमेंट उपलब्ध न होने की स्थिति में बाजार से सीमेंट की खरीद कर विकासात्मक कार्यों में तेजी लाएं. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि यहां की कठिन भौगोलिक परिस्थितियां होने के चलते तापमान में काफी गिरावट रहती है. लिहाजा सीमेंट का अनुपात बढ़ाया जाए ताकि गुणवत्ता बनी रहे. 


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मनरेगा के अंतर्गत किए जाते हैं ये कार्य
बता दें, मनरेगा के अंतर्गत आवास निर्माण, सड़क निर्माण, वृक्षारोपड़, जल संरक्षण और सिंचाई संबंधित कार्य किए जाते हैं. इसके अलावा मनरेगा के अंतर्गत ग्राम पंचायत व जनपद पंचायत स्तर पर चकबंदी का कार्य और बागवानी का कार्य भी किया जाता है. 


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आप भी ले सकते हैं लाभ 
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए आप पहले जॉब कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करें. इसके बाद लगभग 15 दिन के भीतर आपको एक जॉब कार्ड जारी किया जाएगा. यह कार्ड मिलने के बाद आपको 100 दिनों की जॉब गारंटी मिलती है. इस सब के बाद आप मनेरगा के तहत अपनी ग्राम पंचायत में किए जा रहे निर्माण कार्यों में हिस्सा ले सकते हैं. बता दें, मनरेगा के अंतर्गत कार्य करने के लिए 1 दिन का 202 रुपये मेहनताना दिया जाता है. 


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