अंकुश डोभाल/शिमला: आधुनिक दौर में हर चीज तकनीक यानी की सोशल मीडिया पर ही निर्भर है. चुनावी साल में प्रवेश कर चुके हिमाचल प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए हर समय सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है. विधानसभा चुनाव न केवल जमीन पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी लड़ा जा रहा है. जहां एक ओर नेता जनता के बीच जाकर अपना प्रचार करने में जुटे हैं. तो वहीं, सोशल मीडिया भी सियासी रणभूमि बनी हुई है. दोनों ही दलों के नेता और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. यही नहीं, कांग्रेस-भाजपा के अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर भी आगे बढ़ने की प्रतिस्पर्धा लगातार जारी है.


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सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय माने जाने वाले फेसबुक पर दोनों दलों में कांटे की टक्कर देखने के लिए मिल रही है. जहां एक ओर हिमाचल भाजपा के आधिकारिक पेज पर करीब 2 लाख 49 हजार फॉलोअर्स हैं. तो वहीं कांग्रेस के 2 लाख 56 हजार फॉलोअर्स हो चुके हैं. वहीं, बात अगर आम आदमी पार्टी की करें तो आम आदमी पार्टी फेसबुक पर कम फॉलोवर्स के साथ तीसरे नंबर पर है. वहीं, युवाओं के बीच सबसे ज्यादा प्रचलित इंस्टाग्राम पर भी दोनों दलों में टक्कर सियासी तकरार जारी है. हिमाचल कांग्रेस के अकाउंट पर 23.2 हजार जबकि बीजेपी के आधिकारिक अकाउंट पर 20.5 हजार फॉलोअर्स हैं.


अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय समन्वयक सरल पटेल ने बताया कि कांग्रेस पार्टी लगातार सोशल मीडिया के जरिए जनता तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय में कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर भाजपा को पछाड़ दिया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी जनता के मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि जनता खुद अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं से उन्हें अवगत कराती है और इसे सोशल मीडिया पर सरकार से सवाल पूछने के लिए इस्तेमाल करते हैं. वहीं, हिमाचल भाजपा के सह-मीडिया प्रभारी मोहित सूद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी धनबल के भरोसे सोशल मीडिया पर लाइक जुटाने की कोशिश कर रही है उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का संगठन बूथ स्तर तक जुड़ा हुआ है और सोशल मीडिया पर भी बेहतरीन काम कर रहा है.


दोनों राजनीतिक दल न केवल अपने नीति और विजन को जनता तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं बल्कि एक-दूसरे पर वार-पलटवार के लिए भी सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे पहले साल 2017 के विधानसभा चुनाव और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया गया था. इस दौरान दोनों ही राजनीतिक पार्टियों की ओर से बनाए गए मीम (memes) भी जनता को काफी पसंद आ रहे थे.


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