सोलन: मानसून के दस्तक देते ही कालका से शिमला सड़क पर सफर बेहद खतरनाक होता जा रहा है. परमाणु से शालाघाट तक पहाड़ों को बुरी तरह छलनी किया गया है. इन दिनों यहां फोरलेन निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. जिस कारण अब, यह पहाड़ लोगों की जान के दुश्‍मन बने हुए हैं.


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हल्‍की सी अनदेखी किसी भी वाहन चालक को महंगी पड़ सकती है. पहाड़ों से कभी पत्‍थर सड़क पर गिर रहे हैं, तो कभी ढेर सारा मलबा नीचे उतर कर आ रहा है. वहीं, कई जगहा दूसरी लेन में भी सड़क के धंसने का दौर जारी है, ऐसे में वाहन चालकों के लिए यहां चलना खतरे से खाली नहीं है.


वहीं, लोगों का आरोप है कि फोरलेन निर्माण के चलते उनके खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है. उनको रोजी-रोटी तक के लाले पड़ गए है. प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है. 


अधिकतर जोखिम मनसार, पड़ौथा, डेडघरा, कंडाघाट, दयूचौकी पर बना हुआ है. यहां पर हल्की बारिश में भी पत्थर और मलबा सड़क पर गिर जाता है. कई बार हाईवे बंद होने के मामले भी आ चुके हैं. वहीं, दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं.