Himachal Cloudburst News: किन्नौर जिला के तिब्बत सीमांत क्षेत्र में बरसात अपना रौंद रूप दिखाने लगा है. रविवार को रोपा पंचायत क्षेत्र के थोरोपा नामक स्थान पर बादल फटने से लोगों के बाग बगीचे और डोगारियो को नुकसान पहुंचा है. 


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तेज बारिश से जिले के ज्ञाबुंग एवम मुरंग में भी बाढ़ की स्थिति बनी जिस से सिंचाई कुहल सहित कई किसानों के खेतों को नुकसान पहुंचा. जानकारी के अनुसार, जैसे ही रविवार सुबह करीब आधे घंटे तक बारिश हुई. उस के बाद पहाड़ियों पर बादल फटने से नालों में मलबा तेजी से आने लगा,जो ग्रामीणों के सेब बगीचों तक आ पहुंचा. 


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इससे स्थानीय निवासी देवी सिंह सहित धर्म सिंह के डोगरी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए. डोगरी यानी गर्मी के दिनों में रिहायश का मकान. इतना ही नहीं परमानन्द , कुगां तनजिन , नमसल नेगी, राजेन्द्र कुमार के सेब के बगीचों में काफी नुकसान हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि बादल फटने से उत्पन इस घटना से ग्रामीणों के सिंचाई कुहलो सहित रास्ते भी भारी क्षति पहुंची हैं. 


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उधर ज्ञाबुंग क्षेत्र के होल्डो नाले में भी बाढ़ आने से होल्डो कुहल सहित जंगती कुहल व शीविक शक्री कुहल को भी काफी क्षतिग्रस्त हुआ है. वहीं रिस्पा खड में भी बादल फटने से बाढ़ आने के कारण गांव का सम्पर्क मार्ग पूरी तरह से नष्ट हुआ है. सड़क मार्ग के नष्ट होने से रिस्पा गांव देश दुनिया से कट गया है. इसके साथ ही बता दें, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य में 3 अगस्त तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. 


रिपोर्ट- विशेषर नेगी, किन्नौर