देवेंद्र वर्मा/नाहन: मजदूर संगठन जिला सिरमौर की नाहन में सीटू के बैनर तले एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें मजदूरों से जुड़ी कई समस्याओं और मांगों पर चर्चा की गई. बैठक के दौरान श्रमिक कल्याण बोर्ड के पास लंबित मजदूरों के बेनिफिट्स को लेकर विचार विमर्श किया गया.


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मीडिया से बातचीत करते हुए सीटू के जिला महासचिव आशीष कुमार ने बताया कि आज सड़क और भवन निर्माण में कार्यरत मजदूर संगठन की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक में राज्य पदाधिकारी भी शामिल हुए. उन्होंने बताया कि इस बैठक में विशेष कर पिछले दो वर्षों से श्रमिक कल्याण बोर्ड के पास मजदूरों के लंबित बेनिफिट्स पर विचार विमर्श किया गया, जिसमें मजदूरों के बच्चों को मिलने वाली स्कॉलरशिप, बच्चों के विवाह के लिए सहायता राशि और मेडिकल बिल आदि शामिल है.


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उन्होंने बताया कि हाल ही में हुई श्रमिक कल्याण बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि लंबित बेनिफिट्स को 31 दिसंबर तक रिलीज कर दिया जाएगा, लेकिन जिला सिरमौर के श्रमिकों को अभी तक कोई लाभ नहीं मिल पाया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते जिला सिरमौर के मजदूरों के बेनिफिट्स नहीं दिए गए तो श्रमिक कल्याण बोर्ड कार्यालय का गिराव किया जाएगा.


44 श्रम कानून पर भी की गई चर्चा
उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान मजदूरों के लिए बनाए गए 44 श्रम कानून पर भी चर्चा की गई. इसके साथ ही बताया कि मजदूरों के वर्षों के संघर्ष के बाद इन कानून को लागू किया गया था, लेकिन वर्तमान केंद्र की मोदी सरकार इन कानून को बंद करके चार श्रम कोड में तब्दील कर रही है जो मजदूरों के साथ अन्याय है. उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार इसे लागू करती है तो मजदूर संगठन द्वारा पूरे प्रदेश और देश भर में इसका विरोध किया जाएगा.


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