मनाली में सैलानियों का गंदगी से हो रहा स्वागत, बस अड्डा बना दलदल-कचरे का ढेर
सीजन के दौरान मनाली पहुंचने वाली वोल्वो बसों की संख्या प्रतिदिन 100 के आंकड़े को पार कर जाती है. यह प्रदेश का पहला ऐसा वोल्वो बस अड्डा है जहां इतनी संख्या में बसे आती हैं. सैलानियों का मनाली में पहला कदम कीचड़, गंदगी से भरे बस अड्डे पर पड़ रहा है.
मनाली: हिमाचल प्रदेश में पहुंचने के लिए सड़क मार्ग सबसे बेहतर यातायात का साधन माना जाता है. मनाली में सैलानियों की आमद सबसे ज्यादा रहती है. हवाई यात्रा कर कुल्लू-मनाली पहुंचना बहुत महंगा पड़ता है.
ये दुनिया के डमेस्टिक हवाई रूट में सबसे महंगे सफर में से एक हैं. पिछले कुछ वर्षों में कुल्लू-मनाली पहुंचने के लिए वोल्वो बस सेवा ने बड़ी तदाद में सैलानियों को आरामदायक सफर करवाकर यहां पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
सीजन के दौरान मनाली पहुंचने वाली वोल्वो बसों की संख्या प्रतिदिन 100 के आंकड़े को पार कर जाती है. यह प्रदेश का पहला ऐसा वोल्वो बस अड्डा है जहां इतनी संख्या में बसे आती हैं.
इन आरामदायक बसों में सफर कर यहां पहुंचने वाले सैलानियों का मनाली में पहला कदम कीचड़, गंदगी से भरे बस अड्डे पर पड़ रहा है.
अध्यक्ष चमन कपूर की मानें तो यह HRTC के अधीन बस अड्डा आता है और इस हालात का ज़िम्मेदार HRTC प्रबंधन है. उन्होंने कहा कि इनकी वजह से सैलानियों को परेशानी उठानी पड़ती है, ऐसी व्यवस्था से मनाली बदनाम हो रहा है.
पिछले कई वर्षों से इस बस अड्डे की ऐसी हालात पर आज तक कुछ नहीं हो पाया है. सैलानी सहित स्थानीय लोग आज भी बस अड्डा अच्छा बन जाए इसका इंतजार कर रहे है.