Shimla News: UGC से A ग्रेड मान्यता प्राप्त हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय जहां से बड़ी हस्तियां जैसे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जैसे बड़े नामों ने  पढ़ाई की है. वहां छात्रों को नहीं मिल रही मूलभूत सुविधाएं. 


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बता दें, विश्विद्यालय में सोशल वर्क के छात्र दस दिन से हड़ताल पर बैठे हैं. उनके पास अभी तक क्लासेज लगाने के लिए कमरा तक नहीं है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमए सोशल वर्क के छात्रों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को जारी रखा है. 


लगातार दसवें दिन भी छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया. सोशल वर्क के इन विद्यार्थियों ने कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.  इस दौरान विद्यार्थियों ने विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.  छात्रों ने कहा कि 20 साल पहले सोशल वर्क विभाग की स्थापना हुई थी, लेकिन तब से लेकर उनके साथ सौतेला बर्ताव किया जा रहा है. 


20 साल बाद भी उनके पास अपना स्थायी डिपार्टमेंट नहीं है. छात्रों से 14,000 हजार रुपये फीस प्रति समेस्टर की ली जा रही है. इसकी एवज में उन्हें कोई सुविधा नहीं दी मिल रही. प्रशासन लाखों के हिसाब से फिल्ड वर्क के नाम पर फीस लेता है, लेकिन फिल्ड वर्क के लिए उन्हें अलग से पैसे जेब से खर्च करने पड़ रहे हैं.  एमए सोशल की फीस सभी एमए कोर्स में सबसे अधिक है. हर हफ्ते फिल्ड में जाना होता है जिसका पैसा स्टूडेंट्स खुद अपनी जेब से वहन करते हैं.


विभाग में पढ़ाने को उनके लिए सिर्फ एक शिक्षक है. सोशियोलॉजी और सोशल वर्क का विभाग एक होने के बावजूद भी सिर्फ 2 कमरे विभाग के पास हैं. इसमें सुबह समाज शास्त्र की कक्षाएं चलती हैं. एक बजे के बाद सोशल वर्क के छात्रों की कक्षाएं लगती हैं जो पांच बजे तक चलती हैं.  इससे छात्रों को समय से घर पहुंचने में परेशानी पेश आ रही है. 


विभाग में रिसर्च के लिए कोई कंप्यूटर लैब नहीं है. आंदोलनरत छात्र-छात्राओं ने कहा कि जब तक उन्हें अलग विभाग और अलग से कक्षाएं लगाने के लिए कमरे और लैब की सुविधा नहीं मिलती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. 


वहीं, वाइस चांसलर ने बताया कि स्टूडेंट्स आपसी मतभेद अनबन के कारण मतभेद हुए हैं. इसलिए स्टूडेंट्स विरोध कर रहे हैं. वाइस चांसलर ने बताया कि उन्हें इस मामले के बारे में जानकारी मिलने के बाद दिन ऑफ स्टडी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है. छात्रों की सभी मांगो पर विचार किया जायेगा. विश्वविद्यालय परिसर में बन रही नई बिल्डिंग में सोशल वर्क डिपार्टमेंट के लिए अलग कमरा अलॉट किए जाएंगे.