नूरपुर में क्यों रेवेन्यू डिपार्टमेंट का अधिकारी मीडिया को देखकर गाड़ी लेकर हुआ रफू चक्कर, पढ़ें
Nurpur: नूरपुर में फोरलाइन निर्माण कार्य में उक्त अधिकारी द्वारा नियमों को ताक पर रखकर रजिस्ट्रियां की गई थी. जिसे लेकर मीडिया के कर्मचारियों ने आरटीआई ली. वहीं, अब इसके लेकर जांच हुई है.
Nurpur News: विकासखंड नूरपुर के अंतर्गत फोरलेन निर्माण के तहत जमीन की खरीदो फरोख्त में बड़े पैमाने पर सरकारी नियमों को ताक पर रखते हुए नायब तहसीलदार सब रजिस्टार नूरपुर द्वारा ऐसे बेनामें पंजीकृत किए गए, जिसमें ना तो टीसीपी की परमिशन ली गई तथा 118 की भी अवेहलना उक्त अधिकारी द्वारा की गई.
आखिर किसकी मिली भक्त या फिर किसी लालच के चलते उक्त अधिकारी ने यह रजिस्ट्रियां तथा इंतकाल किए. ये जांच का विषय रहेगा. इस सारे मामले की जानकारी जैसे ही मीडिया के कर्मचारियों को लगी तो तुरंत आरटीआई के माध्यम से सारी पोल खोल कर रख दी. साथ ही उक्त अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग रखते हुए रेवेन्यू मंत्री, इंटेलिजेंस ब्यूरो , तथा डीसी कांगड़ा के साथ स्थानीय एसडीएम को भी पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग रखी गई.
उधर जब नूरपुर एसडीएम से इस सारे मामले पर संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हमें शिकायत मिली है. हम इसकी जांच निष्पक्ष तरीके से कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमने जांच लगभग पूरी कर ली है तथा जल्द ही सारी रिपोर्ट डीसी कांगड़ा को सौंप दी जाएगी . जो भी कानूनी कार्रवाई होगी वह उक्त अधिकारी के खिलाफ अमल में लाई जाएगी. किसी को भी जो जांच में दोषी पाया जाएगा उसे बक्शा नहीं जाएगा.
वहीं दूसरी तरफ जब मीडिया ने उक्त अधिकारी नायब तहसीलदार अयूब मोहम्मद से बात करने की कोशिश की तो उक्त अधिकारी मीडिया के प्रश्नों से बचकर गाड़ी लेकर भाग खड़ा हुआ. सवाल तो यह भी उठता है कि क्या विभाग आनन फानन में उक्त अधिकारी का तबादला करता है या फिर अधिकारी को निलंबित कर जांच आगे बढ़ाई जाएगी.
खैर यह देखने वाली दिलचस्प बात इसमें यह भी होगी कि क्या विभाग व जांच एजेंसियां ऐसे अधिकारियों की आय तथा संपत्ति की भी जांच करती है या फिर सिर्फ तबादला कर ऐसे अधिकारियों को साफ तौर पर बचाया जाएगा.
रिपोर्ट- भूषण शर्मा, नूरपुर