Himachal Pradesh: सरकार की इस स्कीम के तहत आप भी कमा सकते हैं 5 से 7 लाख रुपये
Polyhouse Government Scheme: हिमाचल सरकार ने प्रदेश के किसान और बागवानों की आमदानी बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. पॉलीहाउस अनुदान योजना भी इन्हीं में से एक है, जिससे यहां के किसानों और बागवानों को काफी फायदा हो रहा है.
हमीरपुर/अरविंदर सिंह: फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करके किसानों और बागवानों की आय बढ़ाने की दिशा में प्रदेश सरकार की विभिन्न सब्सिडी योजनाओं के सराहनीय परिणाम सामने आ रहे हैं. उद्यान विभाग की पॉलीहाउस अनुदान योजना के कारण ही आज हमीरपुर जिले के एक छोटे से गांव उखली के किसान शिव कुमार लाखों के फूल दिल्ली तक पहुंचा रहे हैं.
सरकार दे रही 85 प्रतिशत अनुदान
उद्यान विभाग की इस योजना से मानों शिव कुमार की तकदीर ही खिल गई है. उखली के किसान शिव कुमार अपने गांव में ही सब्जी बेचकर जैसे-तैसे परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे. सुबह से शाम तक सब्जी बेचने से होने वाली आय और कृषि योग्य थोड़ी सी जमीन पर खेती कर वह मुश्किल से अपने परिवार का गुजारा चला पा रहा था. शिव कुमार ने उद्यान विभाग की 'पॉलीहाउस अनुदान योजना' का लाभ उठाते हुए लगभग 3,000 वर्ग मीटर का पॉलीहाउस बनाया. इसके लिए शिव कुमार को उद्यान विभाग की तरफ से इस योजना के तहत 85 प्रतिशत अनुदान दिया गया.
ये भी पढ़ें- Plastic Ban: हिमाचल में एक साल के अंदर पूरी तरह से बैन होगा प्लास्टिक, CM सुक्खू ने की घोषणा
7 दिन का प्रशिक्षण लेने के बाद बनाया पॉलीहाउस
शिवकुमार ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में 7 दिन का प्रशिक्षण लेने के बाद पॉलीहाउस में कारनेशन फूल की खेती शुरू की, जिसकी दिल्ली जैसे बड़े शहरों में काफी मांग रहती है. शिव कुमार का यह प्रयोग पूरी तरह सफल भी रहा और उन्हें एक पॉलीहाउस से ही अच्छी आमदनी होने लगी. इस योजना का लाभ उठाते हुए अब वह 5 से 7 लाख रुपये तक के कारनेशन फूल बेच रहे हैं. इससे न केवल शिव कुमार के परिवार की आजीविका चल रही है, बल्कि कई अन्य लोगों को भी रोजगार मिल रहा है.
ये भी पढ़ें- Himachal घूमने का मजा होगा दोगुना, HRTC देने जा रहा खास सुविधा
सलाना कमा रहे 5 से 7 लाख रुपये
प्रदेश सरकार की इस योजना की प्रशंसा करते हुए शिव कुमार ने बताया कि 85 प्रतिशत अनुदान वाली इस योजना के माध्यम से किसानों और बागवानों को काफी मदद मिलती है. उन्होंने बताया कि पॉली हाउस में कारनेशन फूल की खेती के चलते उन्हें अच्छा-खासा लाभ भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि वह अन्य प्रदेशों में भी अपने फूलों को भेज कर सालाना 5 से 7 लाख रुपये कमा रहे हैं.
WATCH LIVE TV