देवेंद्र वर्मा/नाहन: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में 'प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना' कारगर साबित हो रही है. इस योजना के जरिए किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. बड़ी संख्या में किसान प्राकृतिक खेती को अपना रहे हैं. जिला में कृषि विभाग प्राकृतिक खेती से उगाई गई फसलों की खरीद भी कर रहा है.


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सिरमौर जिला में 11,500  किसान कर रहे प्राकृतिक खेती
आत्म योजना के परियोजना निदेशक डॉ. साहब सिंह ने बताया कि सिरमौर जिला में 11,500  किसान 2,270 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक तरीके से खेती कर रहे हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में सिरमौर जिला में करीब 4,000 किसानों ने प्राकृतिक तरीके से मक्की की फसल उगाई है. 


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किसानों को 30 रुपये प्रति किलो दिया जा रहा दाम
इसमें से 208 सरप्लस मक्की की फसल उगाने वाले किसानों से विभाग मक्की की खरीद कर रहा है और प्रति किलो 30 रुपये दाम किसानों को दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी तक विभाग जिला में करीब 200 क्विंटल मक्की की खरीद कर चुका है. इसके बाद जिला में 18 नवंबर से एक बार फिर मक्की की खरीद शुरू हो जाएगी. 


परियोजना निदेशक डॉ. साहब सिंह ने बताया कि सिरमौर जिला में कृषि विभाग किसानों से प्राकृतिक तरीके से उगाई गई गेहूं की खरीद करेगा, जिसके लिए 40 रुपये प्रति किलो दाम निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला में लगातार कृषि विभाग द्वारा लोगों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसके साथ ही कहा कि प्राकृतिक खेती द्वारा उत्पादित होने वाली फसलों से स्वास्थ्य पर भी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. 


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