Truck Driver Protest: ट्रक चालक की हड़ताल से हिमाचल में पेट्रोल-डीजल की किल्लत, लोग परेशान
Truck Driver Protest News in Hindi: देशभर में चल रहे ट्रक चालक की हड़ताल का ख़ासा असर बिलासपुर में दिखा. पेट्रोल डीज़ल की सप्लाई ना आने से कैन पेट्रोल पंप में तेल ख़त्म हो गए हैं, तो कुछ एक पेट्रोल पंप पर वाहन चालकों की भारी भीड़ है.
Bilaspur News: केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन नए कानून के खिलाफ देशभर में चल रही ट्रक ऑपरेटर्स की हड़ताल का असर बिलासपुर में भी देखने को मिल रहा है. जी हां, ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते जहां हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई प्रभावित हुई है. जिसके चलते प्रदेश के अधिकतर पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की कमी देखने को मिल रही है.
ट्रक ऑपरेटर द्वारा की गई हड़ताल का असर हमीरपुर में दिखा, पेट्रोल भरवाने के लिए परेशान हुए लोग
बात करें बिलासपुर जिला की तो बिलासपुर से लेकर घुमारवीं, झंडूता व नैनादेवी क्षेत्रों में भी कईं पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल खत्म हो गया है और जहां कुछ एक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल है, तो वहां तेल भरवाने के लिए वाहन चालकों की भारी भीड़ लग रही है.
वहीं वाहन चालकों का कहना है कि ट्रक ऑपरेटर्स की हड़ताल के चलते बिलासपुर के अधिकतर पेट्रोल पम्पों पर पेट्रोल-डीजल नहीं मिल रहा है, जिससे उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा रहा है और जहां किसी एक पेट्रोल पंप में तेल है, तो वहां वाहनों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं, जिससे वाहन चालकों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के किये लंबे समय का इंतजार करना पड़ रहा है.
पेट्रोल पंप संचालकों व वाहन चालकों ने केंद्र सरकार व ट्रक चालक यूनियन द्वारा जल्द से जल्द वार्ता कर समस्या का समाधान करना चाहिए और ट्रक ऑपरेटर्स की हड़ताल खत्म होनी चाहिए ताकि आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल की तरह ही खाद्य पदार्थों को लेकर किसी तरह की कमी से आमजन को सामना ना करना पड़े.
इसके साथ ही पंजाब में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के बाद 50% पैट्रोल पम्प ड्राई हो चुके हैं. बठिंडा में ट्रक ड्राइवर केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई कानून के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए.
ट्रक चालकों की ओर से सरकार को चेतावनी दी गई है. जब तक कानून वापस नहीं होते हैं, हड़ताल और प्रदर्शन जारी रहेगा. यह जो कानून सरकार ने बनाया है. इसके तहत ड्राइवर ट्रक को लेकर सड़क पर नहीं उतर सकता क्योंकि अगर गलती कार चालक की होती है तो तब भी ट्रक ड्राइवर को ही कसूरवार माना जाता है जबकि 70% लोगों के पास लाइसेंस ही नहीं होते.