Hamirpur News in Hindi: विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो हमीरपुर की टीम ने सिविल सप्लाई गोदाम के इंचार्ज और हेल्पर को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.  गोदाम के इंचार्ज ने ठेकेदार से सब्सिडी पर मिलने वाले सीमेंट की सप्लाई रिलीज करने की एवज में पांच हजार रुपए की मांग की थी, जिसकी शिकायत विजिलेंस में ठेकेदार के द्वारा की गई. 


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ऐसे में विजिलेंस की टीम ने आज जाल बिछा कर दोनों आरोपी को ट्रैप किया और पकड़ा. आरोपियों की पहचान जेओएआईटी नीलकमल निवासी मंडी और हेल्पर देवेश हमीरपुर के रूप में हुई है. 


जानकारी के अनुसार, हमीरपुर के एक ठेकेदार ने सरकारी काम के लिए सिविल सप्लाई डिपो पक्का भरो से 60 बोरी सीमेंट की डिमांड थी और ठेकेदार ने इन बोरियों की पेमेंट भी कर दी थी, लेकिन उसके बावजूद उसे सप्लाई नहीं दी जा रही थी. गोदाम के इंचार्ज ने इस कार्य के एवज में पांच हजार रुपए रिश्वत के तौर पर मांग की जा रही थी. 


ठेकेदार ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की थी. ऐसे में आज इस पर विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया हुआ था. इसके तहत ठेकेदार ने गोदाम के इंजार्च को पैसे लेने के लिए एकांत में बुलाया था, लेकिन इंचार्ज खुद न आकर उसने अपने हेल्पर को पैसे लेने के लिए भेजा था. जैसे ही हेल्पर ने 5 हजार रुपए हाथ में पकड़े तो घात लगाकर बैठी विजिलेंस की टीम ने उसे पैसे लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. 


हेल्पर ने बताया कि उसे पैसे लेने के लिए इंचार्ज ने भेजा था. अब विजिलेंस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया. एएसपी विजिलेंस रेणू शर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि विजिलेंस के पास ठेकेदार ने शिकायत की थी सिविल सप्लाई के गोदाम से सब्सिडाइज्ड सीमेंट के लिए उससे पैसों की डिमांड की जा रही थी. हमारी टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकडऩे के लिए जाल बिछाया था, जिसमें वह फंस गया. दो आरोपियों को इस मामले में अरेस्ट किया गया है.